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हिन्दुस्तान के जेम्स बांड अजीत डोभाल के अनसुने किस्से

नई दिल्ली: अजीत डोभाल यह नाम किसी पहचान का मोहताज नहीं है । अजीत डोभाल देश के छठे नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर हैं ।अजीत डोभाल ने अपने काम से पूरी दुनिया में अलग पहचान बनाई है ।अपनी सर्विस के दौरान अजीत डोभाल ने न केवल देश के अलग अलग हिस्सों में बल्कि देश के बाहर भी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया ।

1968 में केरल कैडर से IPS में अजीत डोभाल का सेलेक्सन हुआ । 1972 में उन्हें इंटेलिजेंस ब्यूरो में शामिल किया गया । ये अपने देश की इंटरनल खुफिया एजेंसी है.अजीत डोभाल इसके चीफ थे जब 2005 में जब रिटायर हुए । पंजाब, मिजोरम और कश्मीर में उन्होने काबिले तारीफ काम किया । खालिस्तानी आतंकियों से निपटने के लिए चला था ऑपरेशन ब्लू स्टार,उसके मास्टक मांइड अजीत डोभाल ही थे ।  80 के दशक में नॉर्थ ईस्ट आतंकवाद से ग्रस्त था । तब डोभाल ही थे जिन्होने ने उसके 6 कमांडर्स को अपने भरोसे में लिया और जड़ से खात्मा कर दिया । 1999 में कंधार प्लेन हाईजैक मामला हुआ । उस केस में डोभाल भारत की तरफ से बात कर रहे थे। जून 2015 में मणिपुर में नक्सलियों ने हमला कर दिया था जिसमें 18 फौजी शहीद हुए थे। तब अजीत डोभाल ने ही ऑपरेशन शुरू कराया । म्यांमार में छिप कर कैंप चला रहे थे आतंकी उन कैंपों को मिट्टी में मिला दिया भारतीय आर्मी सेना ने ।

2005 में अजीत डोभाल ने एक ऑपरेशन शुरू किया जिसमें न दाऊद इब्राहिम को मारने की तैयारी थी। 9 मई 2005  वो दिन था जब दाऊद की बेटी माहरुख का निकाह होने वाला था । पाक क्रिकेटर जावेद मियांदाद के बेटे जुनैद से उसके बाद 23 जुलाई को दुबई के ग्रैंड हयात होटल में रिसेप्शन होना था । भारतीय खुफिया एजेंसियों को पता चल गया था कि दाऊद इस पार्टी में आएगा। सबको पता था कि इससे अच्छा मौका  नहीं मिलेगा दाऊद को मारने का ।

इस ऑपरेशन में शार्प शूटर की मदद ली गई। विकी मल्होत्रा और फरीद तनाशाह। पश्चिम बंगाल के 24 परगना इलाके से भारत में उनकी एंट्री कराई गई और फिर ट्रेनिंग दी गई. प्लान बताया गया कि 23 जुलाई 2005 को दाऊद का खेल खत्म करना है ।शूटर्स के कागजात तैयार किए गए. दुबई की टिकट बुक कर दी गई । IB का ये पूरा ऑपरेशन बेहद खुफिया था । दिल्ली के कुछ  लोगों के अलावा इसकी खबर किसी को नहीं थी । प्लान आखिरी दौर में था. दिल्ली में एक शाम अजीत डोभाल उन शार्प शूटर्स के साथ मीटिंग में थे । उनसे होटल की लोकेशन डिस्कस कर रहे थे। कि किसकी तैनाती कहां होगी । उसी वक्त मुंबई पुलिस क्राइम ब्रांच की टीम वहां पहुंच गईऔर राजन गैंग के दोनों आदमी अरेस्ट. अजीत डोभाल ने पुलिस वालों को समझाया लेकिन डिप्टी कमिश्नर धनंजय कमलाकर जिद पकड़े थे। अरेस्ट करके मुंबई ले गए ।

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