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अन्नदाता ने पिया पेशाब, मल खाने की दे डाली धमकी

नई दिल्ली: क्या कोई कल्पना कर सकता है कि अन्नदाता कहलाने वाले  किसान को अपनी मांग पूरी करवाने के लिए पेशाब पीना पड़ सकता है। लेकिन ऐसा हुआ है , जंतर मंतर पर एक माह से अधिक वक्त से विरोध पर बैठे  तमिलनाडु के किसानों ने सरकार का ध्यान अपनी तरफ खींचने के लिए इस बार अपना पेशाब पिया और कहा कि है कि अगर सरकार उनकी बात नहीं सुनेंगी तो वो अपना मल भी खाएंगे। किसान चाहते हैं कि केंद्र सरकार उनकी समस्या को हल करे। वो आत्महत्या कर चुके किसानों की खोपड़ियां भी साथ लेकर आए हैं। अपनी मांगें पूरी न होते देख इन किसानों ने पिछले दिनों नग्न प्रदर्शन करने से लेकर चूहे तक खाए।कुछ दिनों पहले विरोध प्रदर्शन स्थल पर किसान घास लेकर आए और मीडियाकर्मियों के सामने उसे खाया। किसानों के अनुसार हम पीएम का ध्यान अपनी ओर खींचने का प्रयास कर रहे है लेकिन अभी तक कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।  क्षेत्रीय एवं राष्ट्रीय दलों के कई नेताओं, फिल्म कलाकारों एवं किसान संघों ने विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों का समर्थन किया है। किसान ने कहा, ‘केंद्रीय मंत्रियों से बात करने के बावजूद हमारी स्थिति में कोई बदलाव नहीं आया।’ किसानों की मांगों में केंद्र से 40,000 करोड़ रुपये का सूखा राहत पैकेज, कृषि रिण माफी और कावेरी प्रबंधन बोर्ड की स्थापना शामिल हैं।

किसान जंतर-मंतर में प्लास्टिक की बोतलों में मूत्र के साथ सामने आए। इससे पहले, नैशनल साउथ इंडियन रिवर लिंकिंग फॉर्मर्स असोसिएशन के राज्य अध्यक्ष पी अय्याकनकु ने कहा, ‘तमिलनाडु में पीने के लिए पानी नहीं मिल रहा और प्रधानमंत्री मोदी हमारी प्यास की अनदेखी कर रहे हैं। ऐसा लगता है कि मोदी सरकार हमें इंसान ही नहीं समझती है।’

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