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कश्मीर के नबील अहमद वानी ने बीएसएफ परीक्षा में अव्वल स्थान प्राप्त किया, गृहमंत्री संग कई बड़े अधिकारियों ने की मुलाकात

नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में जारी हिंसा के लिए बुरहान वानी जिम्मेदार है। आंतकी की मौत से बखौलाए लोगों ने घाटी को अशांति के हवाले कर दिया। वानी के कारण कश्मीर के युवा सेना के खिलाफ जाकर पत्थर बाजी कर रहे है। अब एक बार फिर वानी सुर्खियों में आया है। लेकिन इस वानी पर कश्मीर और देश को ऩाज है। ये वानी को आंतकी गतिविधियों के लिए नही बल्कि अपने परिश्रम के कारण खबरों में आया है। इस शख्स का नाम नबील अहमद वानी और इसने बीएसएफ की सहायक कमांडेंट परीक्षा में अव्वर स्थान प्राप्त किया है। नबील अहमद वानी की कामयाबी को देखते हुए  केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को मुलाकात की। दिलचस्प बात ये है कि  वानी को बीएसएफ प्रमुख खुद गृहमंत्री से मिलने के लिए लेकर आए। उधमपुर के रहने वाले नबील अहमद वानी की तारीफ करते हुए राजनाथ ने कहा कि ये कामयाबी कश्मीर के युवाओं के लिए सीख है और उन्हें इससे  प्रेरणा लेनी चाहिए।  नबील अहमद वानी घाटी के कई युवाओं के लिए अब एक आइडल के रूप में सामने आए है।

26 वर्षीय नबील अहमद सीमा सुरक्षा बल में असिस्टेंड कमाडेंट तौर पर  देश की  सेवा की शुरुआत करेंगे। वानी की सफलता से मां हनीफा बेगम बहुत उत्साहित और खुश  हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया से फोन पर बात करते हुए मां ने  कहा कि मैं बहुत खुश हूं कि मेरे बेटे हमारे पूरे परिवार का सपना पूरा किया है। मुझे पूरा विश्वास है कि वो पूरी ईमानदारी और मेहनत से काम करेगा और देश में अमन बहाल करने के लिए पूरी जान लगा देगा।

राजनाथ सिंह ने नबील की तारीफ करते हुए कहा कि इनकी सफलता ने  दिखा दिया कि कश्मीर के युवा बहुत प्रतिभाशाली हैं। नबील कश्मीरी युवाओं के लिए प्रेरणा और परिश्रम का उदारहण है। केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा, ‘नबील की सफलता से कश्मीर के युवाओं को प्रेरित करेंगी। इसके साथ उन्होंने कहा कि सरकार जम्मू-कश्मीर के उन लोगों से संपर्क कर रही है जो देश की महत्वपूर्ण सेवाओं में शामिल हैं। गृह मंत्री ने कहा कि सरकार का मानना है कि ये लोग राज्य में गुमराह हो रहे युवाओं को सही दिशा देने में सहायक हो सकते हैं।’

 जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा संबंधी बैठक में  नबील को भी बुलाया गया। इस में बैठक  राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, आईबी प्रमुख दिनेश्वर शर्मा, गृह सचिव राजीव महर्षि और अन्य अधिकारियों से उसका परिचय हुआ । गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात के बाद वानी ने कहा कि् कश्मीर के  युवाओं के लिए सबसे बड़ी परेशानी बेरोजगारी है।ये  केवल शिक्षा के माध्यम से ही सुधर सकता है। वानी ने पठानकोट से इंजिनियरिंग की पढ़ाई की। कश्मीर हिंसा के वि।य में उन्होंने कहा कि ‘हाथ में पत्थर लेकर शिक्षा हासिल नहीं की जा सकती, लेकिन हाथ में कलम पकड़कर हम आगे विकास के मार्ग पर बढ़ सकते हैं। नबील वानी के पिता टीचर थे जिनकी दो साल पहले मृत्यु हो गई थी।
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