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डीएसबी नैनीताल: विश्व पुस्तक दिवस के मौके पर पत्रकारिता के छात्रों ने जाना किताबों का महत्व

नैनीताल: आज डी.एस.बी नैनीताल कैंपस पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग द्वारा हर्मिटेज  में विश्व पुस्तक दिवस के अवसर पर डिजिटल युग में प्रिंटेड पुस्तकों की उपयोगिता पर एक गोष्ठी तथा कवि सम्मलेन का कार्यक्रम रखा गया।इस पर तमाम बड़े पत्रकार समेत राजनेताओं व मंत्रियों ने पत्रकारिता से जुड़े छात्रों को पुस्तक के अमूल्य महत्व के बारे में बताया। पत्रकारिता एवं संचार विभाग के हेड डॉ. गिरीश रंजन तिवारी सभी मौजूद लोगों का कार्यक्रम में स्वागत किया।

Dr girish rajan tewari-head-journalism department dsb nainital

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समारोह का पहला भाग

समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में कुमाऊं विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर  डीके नौरियाल और  विकासनगर से भाजपा विधायक मुन्ना चौहान मौजूद रहे। समारोह के पहले भाग में छात्रों ने दुनिया व भारत के प्रिंटेड व्यापार के बारे में जाना।

naven joshi

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राष्ट्रीय सहारा के पत्रकार नवीन जोशी ने छात्रों को प्रिंटेड पुस्कतों की कामयाबी के बारे में बताया। उसके अलावा उन्होंने महान लेखक विलियम शेक्सपीयर का भी वर्णन किया। बता दे कि विलियम शेक्सपीयर के जन्म और निधन की तारीक एक ही है।  विलियम शेक्सपीयर का जन्म 23 अप्रैल 1564 में हुआ था और उनका निधन भी 23 अप्रैल 1616  को हुआ था। नवीन जोशी जी ने  बताया कि हम चाहे पढ़ने के लिए कितने भी आधुनिक उपक्रणों का इस्तेमाल कर ले लेकिन प्रिंटेड किताब का कोई मुकाबला नहीं। उन्होंने प्रिंट जगत को ज्ञान प्राप्त करने का असल मंत्र बताया।

anchal pant

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उसके बाद मीडिया मार्केटिंग से जुड़े अंचल पंत ने छात्रों को मार्डन युग में तेजी से आगे बढ़ रहे डिजिटल मीडियम को छात्रों के सामने रखा। उन्होंने बताया कि देश की ऑनलाइन कंपनियों ने अपने व्यापार को फैलाने के लिए किताबों का ही इस्तेमाल किया। उन्होंने कहा कि कामयाब डिजिटल मीडियम का उदय किताबों से ही हुआ है। इसके अलावा किताबे  आज भी लोगों के मन में जगह बनाए हुए है।

 

 

 

film mera uttarakhand

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 समारोह में पत्रकारिता के छात्र विकास क्टियूरा द्वारा  बनाई गई फिल्म  “मेरा उत्तराखण्ड”  भी दिखाई गई। इस फिल्म मेंं पलायन पर जोर दिया गया था। मुख्य अतिथियों ने समारोह में मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रिंडेट किताब और डिजिटल की तुलना करना गलत है। दोनों ही अपने-अपने स्थान पर एक महत्व रखते है लेकिन उन्होंने किताबों को ई-किताबों से ज्यादा तवज्जों दी। उन्होंने बताया कि आज का विद्यार्थी प्रिंटेड किताबों से दूरी जरूर बना रहा है लेकिन प्रिंट मीडियम कभी समाप्त नहीं होगा। उन्होंने उदाहरण देते हुए अखबार का जिक्र किया।

 

समारोह का दूसरा भाग

 

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इस अवसर पर उत्तराखंड सरकार के माननीय वित्त मंत्री  प्रकाश पंत ने भी  समारोह में पधारकर उसकी शोभा बढ़ाई। वित्त मंत्री का स्वागत छात्रा संगीता रावत और छात्र  विजय सिराड़ी ने   पुष्प गुच्छ देकर किया। वित्त मंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि किताब विद्या का सागर है जो धरती से कभी दूर नहीं हो सकता।  भले ही हमें सारी चीजें नेट पर मिल जाती है लेकिन हम आज भी विश्वास किताबों पर ही करते है। उन्होंने समारोह में पधारे सभी कवियों का स्वागत किया।  समारोह में मौजूद कवियों ने अपनी मधुर कविता से छात्रों का मन मोह लिया। समारोह में देश के भिन्न भागों से आए कवियों को सम्मामित भी किया गया।

 

 

journalist gaurav triphati

journalist gaurav triphati

 

इसके अलावा जिले के मशहूर पत्रकार गौरभ त्रिपाठी ने  छात्रों को कामयाब पत्रकारिता के गुण बताएं। 

 

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इस अवसर के  आयोजन की कमान पत्रकारिता एवं संचार विभाग के हेड डॉ. गिरीश रंजन तिवारी ने संभाली। उन्होंने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए छात्रों समेत अपने स्टाफ का धन्यवाद किया। उन्होंने बताया कि पत्रकार और उसकी पत्रकारिता देश के विकास के लिए अहम योगदान देती है और हमें उसी लक्ष्य को ध्यान पर रखते हुए कार्य करना होगा। इसके अलावा कार्यक्रम को सफल बनाने में पत्रकारिता एवं संचार विभाग की  असिस्टेंट प्रोफेसर श्रीमती पूनम बिष्ट , लेब असिस्टेंट चंदन का भी योगदान रहा। वहीं छात्रों मेंं पंकज जीना, नीरज जोशी , रहमान, दीपक आर्य, अरूनजीत,संगीता रावत, विजय सिराड़ी और विनय जोशी समेत कई मौजूद रहे।

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