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नैनीताल में बंदरों का आंतक, गई 11 साल की मासूम की जान

नैनीताल:नगर में बंदरों के आंतक कम होने का नाम नहीं ले रहा है। अब तो आंतक लोगों की जान पर आ गया है। नैनीताल के शेरवानी इलाके में बंदर के वजह से 11 वर्षीय किशोरी की जान चली गई। इस घटना से हर कोई सकते में है। बच्ची अपने घर में खेल रही थी इ,ी बीच घर के अंदर बंदर घुस गया। वह उससे डरकर भागने लगी और सीढ़ी से गिर गई।आनन-फानन में घायल अवस्था में किशोरी को उसके परिजन अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इससे पहले इससे पहले भी राजस्थान से घूमने आई एक दस वर्षीय पर्यटक बच्ची के पीछे 23 जुलाई, 2017 को तल्लीताल क्षेत्र में कुत्ते पड गए थे। कुत्तों से बचने के लिए बच्ची पैराफिट पर चढ़ गई और दुर्भाग्यवश पैर फिसलने से वो गहरी खाई में गिर गई। जिससे बच्ची की  मौत हो गई थी। 2017 में हुई दुर्घटना के बाद हाई कोर्ट ने मामले में संज्ञान लेते हुए प्रशासन से क्षेत्र को बंदरों और कुतों से निजात दिलाने के आदेश दिए गए थे।

जानकारी के अनुसार 11 साल की साक्षी पुत्री दीवान सिहं राणा कक्षा 5 में पढ़ती थी। स्कूल से लौटने के बाद वह अपनी छत में मां हेमा संग बैठी थी। उसी बीच बंदरों का झुंड उसने आता देखा। इसी बीच एक बंदर उसकी ओर झपता को छोटी साक्षी सिर के पल गिर गई। परिवार वाले उसे तुरंत बीडी पांडे हॉस्पिटल ले गए जहां उसे उपचार के लिए हल्द्वानी रेफर कर दिया।  हल्द्वानी लाते वक्त मासूम साक्षी ने दम तोड़ दिया। साक्षी भाई-बहनों में सबसे बड़ी थी। उसके दो छोटे भाई गौरव और वैभव है। इस हादसे से पूरा नैनीताल शौक में डूब गया है। वही लोगों ने प्रशासन पर लापरवाही के आरोप लगाए है कि कोर्ट के आदेश के बाद नरमी बर्ती गई।

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