कभी आँधी , तो
कभी तूफान
कभी ठंडी सी
बयार आती है
सैलाब कभी
ज्वार- भाटे
कभी चक्रवात
चले आते है
कभी लावा कभी
बाढ़ और कभी
द्वंदो की बरसाते
भावनाओं और
विचारों के ये
इंद्रधनुषी रंग
बारी-बारी से
जीवन के , नित-नए
रहस्य बांचकर , मेरा
हौसला बढ़ाते है