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हल्द्वानी: क्रिकेट टूर्नामेंट बन गया 12 साल के खिलाड़ियों के लिए अग्नि परीक्षा !

हल्द्वानी: क्रिकेट को भारत में धर्म के रूप में देखा जाता है। जहां खाली मैदान मिले वहां पर खेल देखने को मिलता है। अब हल्द्वानी भी युवाओं के लिए एक प्लैटफॉर्म साबित हो रहा है। हल्द्वानी कमलुवागांजा स्थित हिमालयन क्रिकेट एकेडमी द्वारा  अंडर-12 इंटर एकेडमी क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन हो रहा है। इस प्रतियोगिता में 4 क्रिकेट एकेडमी भाग ले रही है।

ये प्रतियोगिता थोड़ी भिन्न है क्योंकि  इसमें नन्हें युवा खिलाड़ियों को अग्नि परीक्षा से गुजरना पड़ रहा है। आप सोच रहे होंगे की 12 साल के युवा के लिए कैसी अग्नि परीक्षा ! सिर में सूरज की तेज तपती धूप और मैदान पर डटे रहना ही असली खिलाड़ी पहचान है और अब हल्द्वानी भी इसी तरह से अपने खिलाड़ियों के निर्माण में जुट गया है।

दरअसल ये प्रतियोगिता 30 से 50 ओवरों की हो रही है जिसें खिलाड़ियों को अपना टेंपरामेंट सुधारने का अवसर मिलेगा। हल्द्वानी में पहली बार इस तरह की प्रतियोगिता का आयोजन हो रहा है। 4 टीमों में से टॉप दो टीमों के बीच फाइनल होगा। सभी टीमों को लीग में 3 मैच खेलने को मिलेंगे। 

टूर्नामेंट में भाग लेने वाली 4 टीमें

  • हल्द्वानी क्रिकेटर एकेडमी सेक्रेट हार्ट स्कूल
  • हल्द्वानी क्रिकेट एकेडमी बरेली रोड
  • एसआरएस क्रिकेट एकेडमी, एबीएम स्कूल
  • हिमालियन क्रिकेट एकेडमी

इस प्रतियोगिता के मिशन के बारे में क्रिकेट कोच दान सिंह कन्याल ने बताया कि हम वक्त आ गया है शुरू से ही इंटरनेशनल लेवल का अभ्यास किया जाए। उन्होंने कहा कि फटाफट क्रिकेट के वायरल होने के बाद भी युवा पहले देश के लिए टेस्ट क्रिकेटर बनने का सपना देखता है। टेस्ट क्रिकेटर असल में खिलाड़ियों के लिए टेस्ट होता है इसी लिए हमने 30 से 50 ओवर के मैच रखने की कोशिश की है। जब खिलाड़ी को बल्लेबाजी के दौरान पिच में रुकने का मौका दिया जाएगा तो वो निखरकर बाहर आएगा।

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कोच दान सिंह कन्याल के अनुसार 12 साल के खिलाड़ी इस तरह के बड़े मैच खेलने से अपनी फिटनेस को जान पाएंगे। उन्होंने कहा कि गर्मी के मौसम में उनके लिए कठिन है लेकन अगर भारतीय नीली जर्सी के करीब पहुंचना है तो ये सभी बाधाएं पार करनी होगी। भले ही लोग टी-20 देखना पसंद करते हो लेकिन खिलाड़ियों की असल पहचान उनके टेंपरामेंट से होती है। अगर टेंपरामेंट पा लेता है तो उसे अपना गेम चेंज करने में आसानी होती है और क्रिकेट पूरी तरह से अडजेस्मेंट का खेल है। इसके अलावा छोटे वर्गों के लिए बीसीसीआई द्वारा संचालित प्रतियोगिताएं 50 ओवर की ही होती है और हम उसी के लिए खिलाड़ियों को तैयार कर रहे हैं।

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