Editorial

हल्द्वानी के मेयर जोगिंदर रौतेला से बीजेपी को करिश्मे की उम्मीद

हल्द्वानी– उत्तराखंड की वीआईपी सीटों में गिनी जाती है। इसे कुमाऊं का द्वार भी कहा जाता है। नैनीताल में आने वाली हल्द्वानी विधानसभा सीट से कांग्रेस की विधायक इंदिरा हृदयेश फिर से मैदान में है। वो इस समय हरीश रावत सरकार में नंबर दो नेता मानी जाती है और वित्त मंत्रालय जैसा महत्वपूर्ण विभाग संभाल रही है। पिछली बार 2012 में उन्होंने यहां से बीजेपी प्रत्याशी रेनू  अधिकारी को बड़े अंतर से हराया था।लेकिन इस बार बीजेपी को इस सीट पर जोगिंदर रौतेला से करिश्मे की उम्मीद है। इसलिए उन्हें बीजेपी ने अपना उम्मीदवार घोषित किया है। जोगिंदर रौतेला की युवाओं के बीच काफी गहरी पैठ बतायी जाती है। वो इस समय हल्द्वानी के मेयर भी हैं।बीजेपी ने भगत सिंह कोश्यारी की खास रेनू अधिकारी को इस बार टिकट नहीं दिया है। जिसके बाद इस सीट पर बीजेपी के अंतर्कलह से भी लोग इनकार नहीं कर रहे हैं पर बीजेपी को जोगिंदर रौतेला की ईमानदारी छवि और साख पर पूरा भरोसा है।

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इंदिरा हृदयेश ने उत्तराखंड बनने के बाद हर चुनाव में यहां से ताल ठोकी है उन्हें 2007 में बंशीधर भगत ने यहां से 4000 से ज्यादा वोटो़ से शिकस्त दी थी। पिछले बार उन्हें सपा के अब्दुल मतीन ने भी टक्कर देने की कोशिश की थी पर इस बार वो कांग्रेस के पाले में आ चुके हैं। सपा ने यहां से अपने प्रदेश महासचिव शोएब अहमद को टिकट दिया है वो लगातार ये दावा कर रहे हैं कि गुफुर बस्ती पर वो सुप्रीम कोर्ट से स्टे लाए हैं जिस पर इंदिरा हृदयेश दावा कर रही हैं। पिछली बार की तरह इंदिरा के लिए ये सीट उतनी आसान नहीं दिखती है जैसे पहले थी। कांग्रेस के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर का सामना उन्हें करना पड़ सकता है। उसके साथ साथ एक युवा नेता को मैदान में उतारने का बीजेपी ने जो दांव चला है उसकी काट इतनी आसान नहीं दिखती। जोगिंदर रौतेला लगातार ये दावा कर रहे हैं कि मेयर रहते हुए उन्होंने हल्द्वानी शहर के लिए बहुत कुछ काम किए हैं और विधायक बनने के बाद वो यहां का विकास करेंगे। हालांकि पीने का पानी और सीवेज की समस्या यहां सबसे अधिक है साथ ही आए दिन यातायात की जो समस्या इस शहर में है उसका समाधान भी स्थानीय लोग चाहते हैं।इंदिरा हद्येश की अपेक्षा जोगिंदर रौतेला काफी युवा है। और अपने काम के दम पर वो बीजेपी से टिकट लेकर आए हैं। तो जैसा कि बीजेपी को उनके करिश्मे पर पूरा भरोसा है देखना दिलचस्प होगा कि जनता इंदिरा हद्येश के तिलिस्म को तोड़ने में उन्हें साथ देती हैं या फिर ये बीजेपी और उनके लिए सपने जैसे होगा।

 

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हेमराज चौहान, टीवी पत्रकार

 

 

 

 

 

 

image source-http://www.janpratinidhi.com/

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