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चक्रवती तूफान का कहर, 15 मिनट में 40 मौत, पोस्टमार्टम हाउस में लाश रखने की जगह कम

नई दिल्ली: बुधवार को पूरा उत्तर भारत तूफान से लड़ रहा था। जिंदगियां तेज़ हवाओं से मुकाबला कर रही थी लेकिन किसे पता था कि तबाही इतनी हो जाएगी कि पोस्टमार्टम हाउस भर जाएगा। ये दर्दनाक हादसा उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में घटित हुआ। 132 किलोमीटर रफ्तार से आए तूफान ने केवल 15 मिनट में 40 जिंदगियां खत्म कर दी। पलक झपकते ही घरों में कोहराम मच गया।उत्तरप्रदेश के राज्य राजस्व और राहत आयुक्त संजय कुमार ने बताया कि, बुधवार को यूपी में धूल तूफान के बाद 40 से 50 लोग मारे गए हैं। आगरा सबसे ज्यादा प्रभावित जिला रहा।

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24 घंटे के भीतर प्रभावित लोगों को राहत दी जाएगी।डीएम गौरव दयाल ने कहा कि, मृतकों की बड़ी संख्या को देखते हुए पोस्टमार्टम हाउस में मजिस्ट्रेट की ड्यूटी लगाई गई। डॉक्टरों की विशेष टीम गठित की गई है। हंगामे की आशंका के चलते सुरक्षा व्यवस्था भी की गई है। इमरजेंसी और जिला अस्पताल के डॉक्टरों को सतर्क कर दिया गया है।कल रात हुई 26 मौतों के बाद ये संख्या बढ़कर 40 हो चुकी है। करीब 58 घायल हैं, जिनमें आठ की हालत गंभीर बनी हुई है। मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। एसएसपी अमित पाठक और जिलाधिकारी गौरव दयाल ने तूफान से प्रभावित क्षेत्रों का दौरे पर हैं। वहीं एसएन मेडिकल कॉलेज को घायलों का इलाज करने संबंधी दिशा निर्देश जारी किए हैं।

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अागरा से आ रही खबर ने पूरे देश को सकते में डाल रही है। वहीं  मृतकों की संख्या बढ़ने की बात कही जा रही है।  जिला प्रशासन सुनिश्चित कर चुका है कि पीडितों को हर संभव मदद दी जाएगी। प्रशासन ने टीमों का गठन कर सभी क्षेत्रों में भेजने का निर्देश दिया है। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार को बादलों की आवाजाही के साथ हल्की बारिश की उम्मीद जताई जा रही है।  रात ढाई बजे तक 13 लोगों के अकेले खेरागढ़ के सैंया में मरने की जानकारी है। यह संख्या लगातार बढ रही है। दर्जनभर से अधिक घायल हैं, जिनमें से कई की हालात गम्भीर है। सैंया में एक ही परिवार के तीन बच्चों की मौत मकान गिरने से हो गई। फतेहाबाद में दो, एत्माद्दौला और बाह में एक- एक व्यक्ति की मौत हुई। एसएसपी अमित पाठक मौके पर पहुंचे। देर रात तक पुलिस दूसरे गांवों में भी पहुंच रही थी।

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