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अल्मोड़ा के 11 गांव ने किया चुनाव का बहिष्कार,10 साल से मार्ग निर्माण ठप

देहरादूनः लोकससभा चुनाव को अब 24 घंटे भी नहीं बचे है। यही कारण है कि अब हर प्रत्याशी अपनी कोशिश से लोगों में मत प्रतिशत बढ़ाने की जी तोड़ कोशिश कर रहे हैं , जिसमें प्रत्याशियों को जनता की खरी खोटी भी सुननी पड़ रही है। जनता का मानना है कि सिर्फ चुनाव के समय ही नेता गांव की ओर रुख करते है। पर अब जनता ने भी नेताओं को जवाब देने की सोच ली है। अल्मोड़ा के 11 गांव ने चुनाव बहिष्कार कर जवाब देने की सोच ली है। जनता की मांग केवल एक सड़क की है जिसके लिए 2008-2009 में ही सर्वे कर लिया गया था।

अल्मोड़ा के गांव में कलौटा मोटर मार्ग की मांग हर एक नेता से करी गई है, पर जनता के बार-बार समस्या बताने पर भी कोई कार्रवाई नहीं करी गई। इस मोटर मार्ग के ना होने से भनोली तहसील से थली, कुलौरी , कोठाखूरा , नैनोली , वन , विनीखेत , खौड़ी , रीठाकोट , छनटाना , पाभो , कलौटा गांव तक करीब 11 गांव का यातायात प्रभावित हो रहा है।  करीब 10 सालों से सड़क का काम ना होने से ग्रामीण काफी परेशानी झेल रहे हैं। लोगों को समान लाने और ले जाने में काफी परेशानी होती है। इस सड़क के ना होने से बीमार व्यक्ति को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ता और कई लोगों की मौत भी हो चुकी है। ग्रामीणों ने बताया कि वह शासन-प्रशास और लोनिवि के पास भी अपनी समस्या लेकर जा चुके है पर अब तक किसी भी प्रकार की सुनवाई नहीं हुई है।

 

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बार-बार जनप्रतिनिधियों को बोले के बाद भी किसी प्रकार की कोई सुद ना लेने पर सभी ग्रामवासियों ने लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है। जिसकी जानकारी लोगों ने अल्मोड़ा जिला अधिकारी को भी दी है। चुनाव का बहिष्कार करने के लिए 11 गांव ने सहमति बना ली है।

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