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कोरोना के चलते नैनीताल में पर्यटकों की बुकिंग कम,औली में गिरी बर्फ, होटल बुकिंग का ग्राफ बढ़ा

कोरोना के चलते नैनीताल में पर्यटकों की बुकिंग कम,औली में गिरी बर्फ, होटल बुकिंग का ग्राफ बढ़ा

देहरादून:उत्तराखंड में क्रिसमस और नए साल की तैयारियां शुरू हो गई हैं लेकिन कोरोना संक्रमण चलते पर्यटन स्थल भागों में बंट गए है। एक तरफ औली है जहां 90 प्रतिशत होटल बुक हो गए हैं तो वहीं नैनीताल में नए साल का जश्न फीका रहने के आसार नजर आ रहे हैं। औली में बीते रविवार बर्फ गिरने के बाद पर्यटकों के पहुंचने और होटल बुकिंग के ग्राफ में बढ़ोतरी हुई है।

अन्य जगहों की बात करें तो इस बार अधिकतर पर्यटक स्थल कोरोना वायरस के चलते सैलानियों से दूर हैं।इस साल अभी तक कई जगह होटलों में बुकिंग तक नहीं मिली है।  बता दें कि पिछले साल क्रिसमस और नए साल के मौके पर बड़ी संख्या में सैलानियों ने मसूरी और धनोल्टी पहुंचते थे। धनोल्टी के होटल व्यवसायियों की मानें तो पिछले साल अभी तक नए साल के सेलिब्रेशन के लिए 50 फीसदी होटल की बुकिंग हो गई थी। लेकिन इस साल कोरोना के वजह से 10 फीसदी बुकिंग भी नहीं हो पाई है। वहीं, मसूरी में भी इस साल बड़े कार्यक्रमों के आयोजन को प्रशासन ने अनुमति नहीं दी है।

नैनीताल होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष दिनेश साह ने कहा कि नैनीताल और आसपास के होटलों को क्रिसमस पर तो बुकिंग मिली हैं लेकिन थर्टी फर्स्ट के लिए बुकिंग कम है। पिछले साल की तरह इस बार नैनीताल की माल रोड में न तो लाइटिंग होगी और न ही संगीत सुनने को मिलेगा। बता दें कि वर्ष 2018 तक होटल एसोसिएशन थर्टी फर्स्ट के मौके पर संगीत का कार्यक्रम आयोजित करता था। लाइटिंग और संगीत के बीच नैनीताल आने वाले सैलानी देर रात तक माल रोड में थिरकते नजर आते थे लेकिन प्रशासन ने बाद में इसमें पाबंदी लगा दी। इसके अलावा उत्तरकाशी जिले में हिमाच्छादित हर्षिल, दयारा, केदार कांठा आदि पर्यटन स्थलों के लिए कोविड-19 महामारी के चलते ज्यादा पर्यटकों ने एडवांस बुकिंग नहीं कराई हैं।

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