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लोकसभा चुनाव 2019 से पहले बागियों की वापसी से भाजपा में विरोध, महंगा ना पड़ जाए ये दांव

देहरादून: 2017 में भाजपा से बाहर होनों वाले दो पूर्व विधायक आशा नौटियाल और सुरेश चंद जैन तथा पूर्व दायित्वधारी संदीप गुप्ता की घर वापसी हो गई है। उनकी वापसी से भाजपा के कुछ नेता विरोध में खड़े हो गए हैं। विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल और रुड़की से पार्टी विधायक प्रदीप बत्रा के गले इन तीन नेताओं की वापसी नहीं उतर रही है।

तीनों नेताओं को लोकसभा चुनाव से पहले सीएम त्रिवेंद्र रावत की मौजूदगी में सदस्यता दिलाई गई। तीनों पार्टी से निष्कासित थे। उनकी घर वापसी पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सुबह का भूला शाम को घर लौट आए तो उसे भूला नहीं कहते। प्रदेश पार्टी कार्यालय में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने रुड़की के पूर्व विधायक सुरेश चंद जैन, केदारनाथ की पूर्व विधायक आशा नौटियाल और पूर्व दायित्वधारी व पूर्व जिलाध्यक्ष ऋषिकेश के संदीप गुप्ता को पार्टी में शामिल कराया।

इस मौके पर भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष ज्योति गैरोला, प्रदेश महामंत्री नरेश बंसल विधायक, विधायक विनोद चमोली और देशराज कर्णवाल ने भी सभी पुराने कार्यकर्ताओं का पार्टी में वापसी पर पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया। इस अवसर पर मीडिया प्रभारी डॉ. देवेंद्र भसीन, भाजपा महानगर अध्यक्ष विनय गोयल, अनिल गोयल, बृजभूषण गैरोला, ओमवीर सिंह राघव, प्रदेश सह प्रभारी बलजीत सोनी, शादाब शम्स, महानगर मीडिया प्रभारी राजीव उनियाल उपस्थित थे।

इन नेताओं के समर्थक पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष, नगर पंचायत सदस्य, जिला पंचायत सदस्य, पार्षद, ग्राम प्रधान व अन्य समर्थक भी पार्टी में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने पार्टी में शामिल नेताओं को कहा कि आपकी घर वापसी बहुत विचार मंथन के बाद  हुई है। लोकतंत्र में सबकी सहमति नहीं बनती पर बहुमत का सम्मान किया जाता है, यही इसकी सबसे बड़ी ताकत है। आप लोकसभा चुनाव में पार्टी का मत प्रतिशत बढ़ाने की कसौटी पर हैं। अब किसी प्रकार की कोई शिकायत नहीं आनी चाहिए। आशा है कि आप पूरी ताकत से दो महीने का काम 20 दिन में करेंगे।

दोनों नेताओं का भाजपा में प्रवेश विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल और रुड़की से पार्टी विधायक प्रदीप बत्रा को पच नहीं रहा है। उन्होंने कहा कि क्या पार्टी उन सभी नेताओं को ज्वाइन कराएगी, जिन्होंने पार्टी के खिलाफ चुनाव लड़ा है।
संदीप गुप्ता व जैन ने प्रेमचंद अग्रवाल और बत्रा के खिलाफ चुनाव लड़ा था।

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