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नैनीताल रामगढ़ के फल विदेशों में भी बनाएंगे पहचान, जल्द खुलेगी फ्रूट प्रोसेसिंग यूनिट

भीमताल: उत्तराखंड राज्य हमेशा से ही फलों के उत्पादन के मामले में आगे रहा है। खुमानी, पुलम, काफल, आदि पहाड़ी फल उत्तराखंड वासियों समेत बाहरी क्षेत्र के लोगों को भी काफी पसंद आते हैं। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के माध्यम से, विकासखंड रामगढ़ में एक फ्रूट प्रोसेसिंग यूनिट खड़ी होने जा रही है। खबरों के मुताबिक यह यूनिट समस्त नैनीताल जिले की सबसे बड़ी फ्रूट प्रोसेसिंग यूनिट होगी। विकासखंड रामगढ़ में उत्पादित होने वाले फल अब काफी जल्दी ही राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाएंगे। रामगढ़ में अतिशीघ्र स्थापित होने वाली जनपद की सबसे बड़ी फ्रूट प्रोसेसिंग यूनिट तकरीबन 17.5 लाख की लागत से बना कर तैयार की जाएगी।

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राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा इस युनिट से जुड़े सम्पूर्ण कार्यों को संपादित होना है। ब्लाॅक स्तर से भी इस कार्य योजना का प्रस्ताव भेज दिया गया है। फिलहाल दो चीज़ों पर मुख्य तौर से ध्यान दिया जाएगा। एक तो यह कि रामगढ़ में उत्पादित होने वाले तरह तरह के फलों की प्रोसेसिंग का इंतज़ाम ग्रोथ सेंटर के माध्यम से किया जाएगा। दूसरी तरफ फल उत्पादकों तक उत्पादों के सही दाम पहुंचाने की भी कोशिश रहेगी। रामगढ़ विकासखंड के स्वयं सहायता समूह के लोग भी अपना कीमती वक्त इस योजना के कार्यों को देंगे। 17 स्वयं सहायता समूह से जुड़े करीब 186 लोग इस महत्वपूर्ण कार्य में अपनी भागीदारी देंगे। स्थानीय लोग भी इस योजना से रूबरू होने के बाद से ही काफी खुश हैं।

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खुशियों की वजह पर अगर ध्यान केंद्रित करें तो, लोगों का मानना है कि रामगढ़ में यह फ्रूट प्रोसेसिंग यूनिट बनने से फल उत्पादकों को उनके फलों के उचित मूल्य मिलने में आसानी होगी। लोगों की मानें तो खुमानी, पुलम, सेब आदि की ज़्यादा पैदावार होने पर फल उत्पादकों को ठीक पैसे नसीब नहीं होते थे अथवा काफी कम मूल्यों में उत्पादक फलों को मंडी में भेज देते थे। ऐसे में उन्हें कभी-कभी उत्पादन की सही लागत भी नहीं मिल पाती थी। अब रामगढ़ में फ्रूट प्रोसेसिंग यूनिट बनने से फल उत्पादकों को फलों के उचित दाम मिलेंगे। बताया जा रहा है कि यूनिट में फलों को पल्प में बदल दिया जाएगा और बाद में इससे जैम, आचार व चटनी आदि तैयार की जाएगी।

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फ्रूट प्रोसेसिंग यूनिट के साथ ही, उत्पादों को किस प्रकार आसानी से बाज़ार में उपलब्ध कराया जाए, इस बात पर भी खास ज़ोर दिया जा रहा है। आसानी के लिये, आउटलेट की सहायता लेने पर भी विचार विमर्श किया जा रहा है। ब्लाक स्तर से संचालित योजना के तहत प्रोसेसिंग यूनिट के उत्पाद श्यामखेत, मुक्तेश्वर के आउटलेट में उपलब्ध होने के साथ ही साथ रामगढ़ ब्लाक ने सूपी में भी एक आउटलेट का प्रस्ताव रखा है। वहीं दूसरी ओर उद्यान विभाग द्वारा उत्पादों के संदर्भ में होटल स्वामियों और प्रबंधकों की बैठक भी बुलाई जानी है ताकि उनके माध्यम से भी अनेकों उत्पादों को बाजार में उपलब्ध कराया जा सके। खंड विकास रामगढ़ के अधिकारी चंद्रा राज का कहना है कि यह योजना रामगढ़ के फल उत्पादकों के लिये एक बहुत महत्वपूर्ण योजना है। इस योजना के माध्यम से उत्पादकों को उनके उत्पादों का उचित दाम मिल सकेगा। ग्रोथ सेंटर के रूप में विकसित होने वाली इस योजना का प्रस्ताव शासन को भेज दिया गया है। जिसकी मंजूरी मिलते ही यूनिट में मशीनों की स्थापना का काम शुरू कर दिया जाएगा।

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