Nainital-Haldwani News

कुमाऊं विश्वविद्यालय दीक्षांत समारोह में हल्द्वानी की हर्षिता गोल्ड मेडल से सम्मानित, पिता बोले…

हल्द्वानी: कुमाऊं विश्वविद्यालय का 14वां दीक्षांत समारोह शुक्रवार को नैनीताल में आयोजित हुआ। इस अवसर में विश्वविद्यालय ने उन सभी छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया जिन्होंने अपने परिश्रम से अपने नाम का लोहा मनवाया है। वो अपनी इस परिश्रम की जड़ को समाज के साथ जोड़ने के सपने देखते हैं। जिन्होंने केवल अपने लिए नहीं समाज के लिए भी कुछ करने की ठानी है। हल्द्वानी की बेटी हर्षिता भी इस लिस्ट में शामिल है।

यह भी पढ़े: हल्द्वानी के इस क्रिकेट कोच के युवा खिलाड़ियों को मिला बड़े मंच का टिकट, कोई इंडिया खेला तो कोई…

हरीश तिवारी और पुष्पा तिवारी ( माता-पिता) की बेटी हर्षिता ने साल 2017 में बीकॉम में पूरे कुमाऊं में टॉप किया था। दीक्षांत समारोह में हर्षिता को गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया। हर्षिता मेडल लेने के लिए दीक्षांत समारोह में अपने पिता हरीश तिवारी के साथ पहुंची थी। मेडल प्राप्त होने के बाद हर्षिता ने बताया कि उन्हें बड़ी खुशी है कि वो इस मुकाम पर पहुंची है। उनका लक्ष्य बैंकिंग के क्षेत्र में काम करने के अलावा समाज की सहायता करनी हैं।

Image may contain: Harshita Tewari, smiling, standing

बता दें कि हर्षिता ने पिछले साल बीकॉम  में 900 में से 663 अंक प्राप्त कर पहला स्थान हासिल किया। जबकि अल्मोड़ा के लक्षित पंत ने 900 में से 651 अंक प्राप्त कर दूसरा और कन्या महाविद्यालय हल्द्वानी की उदीक्षा सिंह चौधरी ने 648 अंकों के साथ तीसरा स्थान प्राप्त किया था।

हल्द्वानी: नए लक्ष्य के साथ शुरू होगा HCA का नया क्रिकेट सत्र

Image may contain: 3 people, including Harshita Tewari, people smiling, people standing

दीक्षांत समारोह में हर्षिता के साथ पहुंचे पिता हरीश तिवारी ने कहा कि मेरे लिए इससे ज्यादा गौरव की बात क्या हो सकती है कि लोग मुझे मेरी बेटी की कामयाबी से जानने लगे है। बेटी क्या कर सकती हैं, ये सभी के सामने है। हमारे समाज में अभी भी लिंग को लेकर भेदभाव करने वाले के लिए बेटियों की छोटी से छोटी कामयाबी मुंह पर तमाचा है।

मां पुष्पा तिवारी भी अपनी बेटी की कामयाबी से खुश है। उन्होंने बताया कि हर्षिता समाज के लिए काम करने की सोच को बनाए रखे और इसे आगे बढ़ाए। उन्होंने बताया कि जब तक समाज सुधार के कार्य को युवा अपनी जिम्मेदारी समझेंगे तब तक हालात बदलने वाले नहीं है,जरूरत है कि युवा इस तरफ भी ध्यान दें।

हल्द्वानी प्रकाश डेंटल टिप्स- रूट कैनाल उपचार से दूर होगा दांतों का अहसाय दर्द

बता दें कि हर्षिता की 3 बहने है और सभी मेधावी रहे है। बड़ी बहन ज्योती पुणे में इनफोसिस में है, दूसरी बहन सुरभि दिल्ली में वोकल क्लासिक सिख रही है। छोटी बहन कीर्ती ने भी पिछले साल 65 प्रतिशत अंक से बीकॉम पास किया था। भाई निकित 12वीं का छात्र है।

To Top