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11 माह में ही छोड़ गये रोहित शेखर तिवारी , संघर्षों से रहा नाता

देहरादूनः उत्तराखंड की राजनीति के दिग्गज नेता दो राज्यों के पूर्व मुख्यमंत्री स्वं एनडी तिवारी के बेटे रोहित शेखर की मौत हो गई। इस मौत को एक मिस्ट्री के तौर पर देखा जा रहा है। फिलहाल डॉक्टरों ने इस घटना को हार्टअटैक बता दिया पर बुधवार को पोस्टमॉर्टम से साफ हो जायेगा कि मौत की असली वजह क्या रही ?

रोहित शेखर की मौत का सबसे बड़ा सदमा उनकी मां और पत्नी को लगा। रोहित शेखर की शादी को मात्र 11महीने ही हुए थे। रोहित की मौत का सदमा पत्नी अपूर्वा को सबसे ज्यादा हुआ। रोहित और आपूर्वा की शादी की पहली सालगिरह 11 मई को ही थी।रोहित शेखर की पत्नी अपूर्वा शुक्ला मध्यप्रदेश की रहने वाली है। अपूर्वा शुक्ला मध्यप्रदेश के इंदौर की मूल निवासी है। अपूर्वा शादी के समय सुप्रीम कोर्ट में वकील के तौर पर प्रैक्टिस कर रही थी। पिता के सामने की रोहित ने भारतीय जनता पार्टी का दामन थामा था। रोहित ने अपने पिता के रहते ही शादी कर आशिर्वाद लिया था। रोहित की शादी स्वं तिवारी के निवास दिल्ली के पांच अशोक रोड़ स्थित आनंदा भवन में हुई थी। रोहित की शादी में उत्तराखंड के दिग्गज नेता शामिल हुए थे। शादी में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और पूर्व सीएम विजय बहुगुणा अपनी बहन यूपी सरकार में मंत्री रीता बहुगुणा जोशी के साथ पहुंते तो वहीं पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार, डॉ. अम्मार रिजवी, खटीमा विधायक हरीश धामी के साथ हल्द्वानी के भी कई नेता शादी में शमिल हुए।रोहित शेखर ने संघर्षों के बीच ही अपना जीवन बिताया। रोहित को 2014 में स्वं तिवारी से कानूनी लड़ाई के बाद पिता का प्रेम मिला, पर पिता के साये ले किए तरस रहे रोहित को मात्र 5 साल ही पिता का साथ मिला। पिता के सामने रोहित ने शादी तो करी पर अब एक साल से पहले ही रोहित जिंदगी की रेस हार गये। पिता के प्रेम के लिए देर से करी थी शादी, 39 साल की उम्र में शादी और 40 में छोड़ दिया संसार।राजनीति में कदम रखना चाहते थे रोहित पर भाजपा के सदस्य बनकर रह गये। अपने पिता के साथी पूर्व सीएम हरीश रावत को लोकसभा चुनाव में वोट देने मां उजवला के साथ आये थे हल्द्वानी।

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