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हल्द्वानी:मौत से जंग हार गया दो वर्षीय तन्मय,चूहे मारने की दवा ने छीनी मासूम की ज़िंदगी

हल्द्वानी: शहर में दो साल के मासूम की मौत से हड़कंप मच गया। बच्चे ने कुछ दिनों पूर्व चूहे मारने की दवा निगल ली थी। सुशीला तिवारी अस्पताल में वह बीते दिन मौत से जंग हार गया। परिवार के पास रोने-बिलखने के अलावा कुछ नहीं रह गया है।

मूल रूप से पीलीभीत जिले के थाना जहानाबाद सेमरखेड़ा निवासी धर्मेंद्र मौर्या पिछले काफी सालों से हल्द्वानी स्थित जीतपुर नेगी में किराए पर रहता है। यहां उका परिवार भी उसके साथ ही रहता है। धर्मेंद्र मौर्या के घर में डेढ़ हफ्ते पहले भूचाल आ गया।

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भूचाल यानी हुआ यह कि 21 मार्च को धर्मेंद्र का 2 वर्षीय बेटा तन्मय घर पर ही खेल रहा था। घर पर चूहे मारने वाला जहरीला कीटनाशक आटे में मिलाकर रखा गया था। बेटे तन्मय ने खेल-खेल में उसे खाने की चीज़ समझ कर निगल लिया।

इसके बाद तो अचानक उसकी तबीयत बिगड़ने लगी। तबीयत लगातार बिगड़ती देख, परिजन उसे लेकर सुशीला तिवारी अस्पताल पहुंचे। जहां बीते करीब दस दिनों से उसका इलाज चल रहा था। लेकिन नियति को जो मंजूर था वही हुआ। तन्मय बुधवार को इस दुनिया को अलविदा कह कर चला गया।

परिवार में कोहराम मचा हुआ है। मां-पिता की हालत काफी दुखद है। रोने के अलावा उनके पास और कोई सहारा नहीं रह गया। दो साल की उम्र में बेटे का चले जाना परिवार के लिए वाकई एक बड़ी क्षति है।

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