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दांतों की समस्या होगी दूर, हल्द्वानी की इस क्लीनिक में 3 दिन में हो जाएगा इम्प्लांट

हल्द्वानी: मेडिकल क्षेत्र पिछले कुछ सालों में काफी आगें बढ़ा है। इस लिस्ट में दंत चिकित्सा के उपचार भी शामिल है। दंत चिकित्सा में प्रगति तो हुई लेकिन छोटे शहरों में अभी भी आधुनिक दंत इलाज पहुंच नहीं पाए हैं। दंत चिकित्सा में इम्प्लांट ( IMPLANT) प्रक्रिया एक अद्भूत इलाज है। डेंटल इम्प्लांट को दंत प्रत्यारोपण भी कहते हैं। इम्प्लांट के जरिए मरीज नैचुरल दांतों का लुक पा सकते हैं।

क्या होता है इम्प्लांट

डेंटल इम्प्लांट मूल रूप से आपके दांत की जड़ों को बदल रहे हैं। डेंटल इम्प्लांट एंकरों का उपयोग किया जाता है, जो वास्तव में वस्तु की तरह एक बेलनाकार पेंच हैं। यह सर्जरी के माध्यम से आपकी निचली और ऊपरी जबड़े की हड्डियों में डाल दिया जाता है और वे कृत्रिम रूप से दांतों की जगह के लिए स्थिर अड्डों की तरह काम करते हैं। डेंटल इम्प्लांट कई प्रकार होते हैं। एक Delayed Implant और Basal Implant. Delayed Implant में तीन महीने तक का वक्त लगता है वहीं BASAL IMMEDIATE IMPLANT प्रक्रिया में केवल 3 दिन लगते हैं।

डॉक्टर रुद्राक्ष पंत और डॉक्टर मनिका रावत

हल्द्वानी की मैक्सफेस क्लीनिक में उपलब्ध है BASAL IMMEDIATE IMPLANT

कालाढूंगी रोड लालडांट में स्थित मैक्सफेस क्लीनिक में यह आधुनिक उपचार उपलब्ध है। मैक्सफेस क्लीनिक के डॉक्टर रुद्राक्ष पंत( Oral Maxillofacial Surgeon) कहते है कि BASAL IMMEDIATE IMPLANT लोगों का वक्त बचाता हैं। उन्होंने बताया कि बड़े शहरों में लोग इसे काफी पंसद करते हैं। मैक्सफेस क्लीनिक में ये उपचार बिना टांकों से किया जाता है और इसमें केवल तीन दिन का वक्त लगता है। बता दें कि रुद्राक्ष पंत BASAL IMMEDIATE IMPLANT सेवा दिल्ली के कई हॉस्पिटलों में भी अपनी गेस्ट सेवा देते हैं। इस प्रणाली से वह 800 से IMPLANT कर चुके हैं। इस प्रणाली के बारे में उन्होंने बताया कि यह स्विस तकनीक से विकसित है और उन लोगों के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद है जिनकी जबड़े की हड्डी घिस जाती है और उन्हें जबड़ा पहनने में दिकक्त होती है। ऐसे मरीजों को अगर लंबे वक्त तक दांत पाने हैं तो उन्हें इस प्रणाली के को अपनाना होगा।

डॉक्टर रुद्राक्ष पंत और डॉक्टर मनिका रावत

मैक्सफेस क्लीनिक की डायरेक्टर डॉक्टर मनिका रावत ने बताया कि इस नई प्रणाली को लोग काफी पंसद करते है क्योंकि उनका वक्त बच पाता है। उनकी क्लीनिक में भी काफी लोग यह उपचार ले चुके हैं।

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