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पिछले साल हुई पति की मौत,चमोली आपदा में लापता हो गया बेटा, क्या करें भवानी देवी !

देहरादून: सात फरवरी को चमोली में आई आपदा ने कई परिवारों को उजाड दिया। सरकारी आंकड़ों के अनुसार 204 लोग लापता हुए हैं और अभी तक 70 शवों को बरामद कर लिया है। इस हादसे के कई परिवारों की कहानी ने सुनने वालों की आंखों में आंसू ला दिए हैं। किसी के घर पर बच्चे के आने की तैयारी चल रही थी। किसी की शादी होने वाली थी। कोई अपनी बूढ़े माता-पिता का सहारा था….

ऐसे ही कुछ हुआ है चाईं गांव की भवानी देवी (50) के साथ, जिनका बेटा साजन पंवार लापता है। किस्मत देखिए पिछले साल ही भवानी देवी के पति की मौत हुई थी। वहीं तीन पहले उनका घर टूट गया था और परिवार पंचायत भवन में रह रहने लगा था। उनका एक 16 साल का बेटा भी है लेकिन भाई के लापता होने के गम में वह कुछ कहने की स्थिति में नहीं हैं।

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बता दें कि भवानी देवी के परिवार की स्थिति अच्छी नहीं है। तीन से साल से परिवार पंचायत घर में रह रहा है। पति की मौत के बाद बेटे ने तपोवन जल विद्युत परियोजना में काम करना शुरू किया तो धीरे-धीरे घर बनाने का काम भी शुरू होने लगा। घर के हालात अच्छे होने लगे लेकिन चमोली आपदा ने फिर उन्हें ना भूलने वाला गम दे दिया। घर की खुशियां और भविष्य के सपने आंसू बनकर छलक रहे हैं। पहले मकान टूटा, फिर पति गुजर गए और अब बेटे को भी खोने के बाद भवानी देवी पूरी तरह से टूट चुकी हैं। वहीं सात फरवरी को आई भीषण आपदा में लापता लोगों को मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने के लिए केंद्र से मिले दिशानिर्देशों पर सरकार ने अधिसूचना जारी कर दी है।

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