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डीएम मंगलेश घिल्डियाल को सलाम, पहले पत्नि बनी शिक्षक,अब खुद संभाली कमान

 

mangesh ghildiyal rudraprayag

हल्द्वानी: हमारा देश भारत बदलाव के दौर गुजर रहा हैं। बदलाव इसलिए की युवा देश पर नज़र रखने लगे हैं। इसका यही मतलब है देश स्मार्ट दिशा की ओर जा रहा हैं। बात उत्तराखण्ड की करें तो रुद्रप्रयाग जिले के डीएम मंगलेश घिल्डियाल अपनी कार्यशैली से युवाओं को प्रेरित कर रहे हैं। डीएम का कामर्य करने का तरीका और समाज सुधार के प्रति सोच देश में सुर्खिया बनी रही है। केवल डीएम मंगलेश घिल्डियाल नहीं बल्कि उनकी पत्नी ऊषा घिल्डियाल भी उनका साथ दे रही हैं। कुछ वक्त पहले रुद्रप्रयाग के राजकीय गर्ल्स इंटर कॉलेज में  शिक्षक ना होने पर छात्राओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। छात्रों का भविष्य अंधेरे में ना रहे इसके लिए श्रीमती घिल्डियाल ने शिक्षक के रूप में छात्राओं को पढ़ाना शुरू कर दिया।डीएम मंगेश घिल्डियाल की कार्य करने के तरीके से प्रभावित होकर पीएम मोदी ने उन्हें केदारनाथ में चल रहे काम पर नजर रखने का काम भी दिया हैं। पीएम को भी देवभूमि के इस डीएम पर भरोसा हैं।

डीएम मंगेश ने छात्रों की शिक्षा को लेकर काफी चितिंत रहते है। उन्होंने इसके लिए एक पहल की शुरुआत की है। उनकी इस पहल से बच्चों का वक्त भी बचेगा और वह पढ़ाई पर ध्यान भी केंद्रित कर सकेंगे। सिविल सर्विसेज की तैयारी करने के लिए छात्र-छात्राओं को बड़े शहरों की ओर जाना पड़ता है। लोगों को लगता है कि पहाड़ों में शिक्षक ना होने से वह अपने लक्ष्य की प्राप्ति नहीं कर पाएंगे। डीएम मंगेश का यह प्लान अपनी सारी परेशानी को दूर करने वाला है। अब आपका बच्चा कुशल शिक्षकों में नेतृत्व में आपका बच्चा आईएएस और आईपीएस की तैयारी करेगा। आईएएस, आईपीएस, पीसीएस और इंजीनियरिंग के क्षेत्र में करियर बनाने के लिए छात्र-छात्राओं को अब, कोचिंग के लिए शहरों की दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी।

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डीएम मंगलेश घिल्डियाल नि:शुल्क कोचिंग देना शुरू कर दिया है। बीते एक हफ्ते से जीआईसी रुद्रप्रयाग को कोचिंग सेंटर बनाया गया है, यहां सोमवार से शनिवार तक सुबह 8 से 10 बजे तक 50 बच्चों को सीपीएमटी, यूपीएमटी, पीसीएस, आईपीएस, आईएएस, यूपीएससी समेत कई प्रतियोगी परीक्षाओं की कोचिंग दी जा रही है। इस पहल के सामने आने के बाद पूरे राज्य में डीएम मंगलेश घिल्डियाल की तारीफ हो रही हैं। बागेश्वर में भी डीएम मंगलेश घिल्डियाल की कार्यशैली का अपना ही जादू था। वहां के युवा डीएम मंगलेश घिल्डियाल को अपना आर्दश मानते हैं।  हल्द्वानी लाइव से बात करते हुए बागेश्वर निवासी विजय जोशी ने बताया कि डीएम मंगलेश घिल्डियाल के काम करने का तरीका ही कुछ अलग है। वह समाज सुधार को लेकर काफी सकारात्मक तरीके से सोचते हैं। उनके जैसा डीएम अगर अगर देश के हर जिले को मिल जाए तो हमारा देश कामयाबी के शिखर पर होगा।

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