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जनता को हो रही थी परेशानी, डीएम सविन बंसल ने अपनी रिपोर्ट में खोली संस्था की पोल

हल्द्वानी: नैनीताल शहर के पेयजल लाइन निर्माण कार्य कर रही एडीबी की मुश्किले बढ़ती जा रहा है। डीएम सविन बंसल एडीबी के काम से संतुष्ट नहीं थे और उन्होंने इस संबंध में रिर्पोट मुख्य सचिव उत्तराखण्ड शासन में भेजी। रिपोर्ट को गंभीरता से लिया गया और एक बार फिर एडीबी को फटकार लगाई गई। मंगलवार को पेयजल सचिव अरविन्द हृयांकी ने एडीबी द्वारा वित्त पोषित तथा यूयूएसडीआईपी द्वारा नैनीताल शहर में सम्पादित पेयजल कार्यो की वीसी के माध्यम से समीक्षा की । वीसी में डीएम सविन बंसल ने यूयूएसडीआईपी द्वारा बिछाई गई पेयजल लाइनों एवं किये गये कार्यों में विभिन्न प्रकार की कमियों और समस्याओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी तथा संस्था द्वारा किये गये कार्यों पर सख्त नाराजगी जाहिर किया।

पेयजल सचिव अरविन्द हृयांकी हृयांकी ने कुछ सवाल किए लेकिन संस्था के उप कार्यक्रम निदेशक विनय मिश्रा कोई भी संतोषजनक जवाब नहीं दे पाये, जिसपर पेयजल सचिव हयांकी ने संस्था के अधिकारियों एवं प्रोजेक्ट मैनेजर को कड़ी फटकार लगाते हुए उप कार्यक्रम निदेशक को तत्काल प्रभाव से एक माह के लिए नैनीताल में तैनात करने के निर्देश दिये। उन्होंने डीएम बंसल द्वारा जिला स्तर पर की गई गहन समीक्षा की सराहना की। उन्होंने कहा कि शहर की पेयजल व्यवस्था सुधारने के लिए संस्था के कार्यों की ओर अधिक गहनता से समीक्षा करें। पेयजल सचिव अरविन्द हृयांकी ने संस्था के अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि डीएम की संतुष्टि न होने पर संस्था के कार्यों की स्पेशल जाॅच कराई जाएगी।

उन्होंने यूयूएसडीआईपी के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जल संस्थान के अधिकारियों के साथ एक सप्ताह में सयुंक्त जाॅच कर कमियां चिन्हित करना सुनिश्चित करें तथा जो भी कमियां हैं, उन्हें तत्काल दूर करना सुनिश्चित करें। जल संस्थान के अधिकारियों को निर्देश दिये कि पुरानी पेयजल लाइनों से पेयजल आपूर्ति जोनवार तत्काल बन्द की जाए।पुरानी पेयजल लाइन के बन्द होने तथा नई लाइन से पेयजल आपूर्ति में जो भी दिक्कत हो उनका समाधान यूयूएसडीआईपी से कराना सुनिश्चित करें। संस्था के अधिकारी व जल संस्थान के अभियंता संयुक्त रूप से यह भी जाँच करें कि भविष्य में पेयजल आपूर्ति सुधार के लिए और क्या-क्या कार्य कराने की आवश्यकता है। चन्द्रेश यादव ने कहा कि कार्य डीपीआर के अनुसार पाये जाने पर सम्बन्धित अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।

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