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प्रवासी मजदूरों पर बोले सीएम योगी, पलायन के कलंक को मिटाने का अवसर

कोरोना वायरस महासंकट की वजह से देश के अलग-अलग हिस्सों में काम कर रहे मजदूर अपने प्रदेश वापस लौट रहे हैं। कुछ प्रदेश और केंद्र सरकार द्वारा तैनात की गई बस-ट्रेन के जरिए वापस पहुंच रहे हैं, तो कुछ खुद ही पैदल या साइकिल से अपने घर पहुंच रहे हैं। घर पहुंच रहे मजदूरों के पास काम का संकट है और इस बीच उत्तर प्रदेश में रोजगार संगम मेले की शुरुआत की गई है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कहना है कि यूपी के माथे पर पलायन का जो कलंक लगा है, उसे मिटाने का यही अवसर है।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘हमारे कामगार और श्रमिक हमारी ताकत और पूंजी हैं। हम इनके श्रम और हुनर का हरसंभव उपयोग कर उत्तर प्रदेश को देश और दुनिया का मैन्यूफैक्चरिंग हब बनाएंगे। यूपी सीएम बोले कि उत्तर प्रदेश के माथे पर पलायन को जो कलंक है उसे सदा के लिए मिटाने का यह सर्वोत्तम अवसर है। दूसरे प्रदेश से आने वाले श्रमिकों का प्रदेश के नवनिर्माण में उपयोग हो इसके लिए हर श्रमिक की दक्षता का रिकार्ड भी तैयार किया जा रहा है।

रोजगार मेले का ऑनलाइन उद्घाटन करने के बाद योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आगे दीपावली का पर्व है। इस दौरान पूरे देश में चीन से आने वाली गौरी-गणेश की मूर्तियां की आवश्यकता होगी। हमारी कोशिश रहे कि इस बार स्थानीय इकाइयां उसका विकल्प दें, गोरखपुर में टेराकोटा के शिल्पकार चीन से अच्छी प्रतिमाएं बनाते हैं।

योगी ने यहां अपने संबोधन में दावा किया कि यूपी का एमएसएमई सेक्टर भारत में सबसे बड़ा है। इस सेक्टर में कई ऐसी इकाइयां हैं जिनके उत्पाद की पूरे देश और दुनिया में धूम है, जरूरत इनको अवसर मिलने की है।

गौरतलब है कि कोरोना वायरस के संकट के कारण जो रोजगार की मुसीबत आई है, उसके कारण लाखों मजदूर अपने घर वापस लौट रहे हैं। काम छोड़कर आ रहे मजदूरों के सामने अब रोजगार की चिंता है, ऐसे में प्रदेश सरकारों पर हर किसी की नज़र है।

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