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रोहित मर्डर केस: कोर्ट ने अपूर्वा तिवारी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा

नई दिल्ली: रोहित शेखर मर्डर केस में क्राइम ब्रांच ने आरोपी पत्नी अपूर्वा तिवारी को साकेत कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने अपूर्वा को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। कोर्ट में अपूर्वा ने तिहाड़ जेल में अलग बैरक की मांग की थी जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया लेकिन उसे चश्मा पहनने की अनुमति दे दी।

बता दें, पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यपाल एनडी तिवारी के बेटे रोहित शेखर तिवारी की मौत का मामला 16 अप्रैल को सामने आया था। 19 अप्रैल को पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने के बाद हत्या का मामला दर्ज किया। 5 दिन की पूछताछ के बाद इस हत्याकांड का खुलासा हुआ। पत्नी अपूर्वा ने कबूला की उसी ने रोहित शेखर की हत्या की है। अपूर्वा की दस महीने पहले ही रोहित की शादी हुई थी।

इस हत्याकांड की जांच कर रहे पुलिस अधिकारी राजीव रंजन बताया कि हत्या वाले दिन रोहित और अपूर्वा के बीच हुए विवाद ने मारपीट का रूप ले लिया था। इस दौरान अपूर्वा ने रोहित को मौत के घाट उतार दिया। पुलिस के मुताबिक एक महिला के साथ शराब पीने को लेकर रोहित और अपूर्वा में बहस हुई थी। हत्या करने के बाद अपूर्वा ने सबूत नष्ट कर दिए थे। यह सब एक-डेढ़ घंटे के भीतर हुआ।

पुलिस पूछताछ में अपूर्वा ने अपने कबूलनामे में कहा था कि वारदात की रात रोहित और उसके के बीच जमकर झगड़ा हुआ था। दोनों बेडरूम में ही झगड़ रहे थे। रोहित शराब के नशे में था।उसने काफी शराब पी रखी थी। धीरे-धीरे उन दोनों का झगड़ा हाथापाई में बदल गया था। अपूर्वा के मुताबिक, उस वक्त दोनों ही एक दूसरे को मारने की कोशिश कर रहे थे। इसी बीच अपूर्वा के हाथ रोहित के गले तक जा पहुंचे और उसने रोहित की हत्या कर दी।

बता दें कि 12 मई 2018 को रोहित और अपूर्वा शादी हुई थी। दिल्ली के एक फाइव स्टार होटल में शादी समारोह आयोजित किया गया था, जिसमें देश के कई बड़े नेता और अधिकारी और जाने-माने लोग शामिल हुए थे।शादी के बाद रोहित की मां उज्जवला बहुत खुश थी, लेकिन एक साल के अंदर ही दोनों के रिश्ते खराब हो गए। दोनों के मामला इतना बिगड़ गया था कि बात तलाक तक जा पहुंची थी। दोनों के बीच बात होने के बाद यह तय हुआ कि इस पर बातचीत जून महीने में होगी।

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