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रोहित शेखर तिवारी मर्डर: अपूर्वा के 90 मिनट ने पुलिस को 6 दिन तक घुमाया

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय एनडी तिवारी के बेटे रोहित शेखर की हत्या की गुत्थी सुलझ गई है। पुलिस ने इस मामले में रोहित की पत्नी अपूर्वा को ही गिरफ्तार किया है। मामले की जांच कर रही क्राइम ब्रांच ने बुधवार को अपूर्वा को दक्षिण दिल्ली स्थित उसके घर से गिरफ्तार किया।

अतिरिक्त पुलिस आयुक्त राजीव रंजन ने न्यूज एजेंसी IANS को बताया, ‘सबूतों और एफएसएल रिपोर्ट की मदद से हमने अपूर्वा को गिरफ्तार किया है। उसने अपने पति की हत्या करने की बात को कबूला है। उसने शादीशुदा जिंदगी में खुश न होने को इसका कारण बताया।’ इसके अलावा उसने रोहित के बाहरी महिला के साथ अवैध संबंध होने के बारे में भी बताया।

अधिकारी ने कहा कि शुरुआत में अपूर्वा ने क्राइम ब्रांच की टीम को भटकाने की कोशिश की थी। उन्होंने कहा कि 16 अप्रैल को रोहित के कमरे में घुसकर उसने वारदात को अंजाम दिया। बाद में सबूतों को मिटा दिया। डेढ़ घंटे के अंदर सारे काम किए गए थे। हैरानी वाली बात ये भी है रोहित की मौत के बाद (16 अप्रैल) बाद अपूर्वा 9 दिन तक बचने में कामयाब रही। पहले इस हत्या को उसने हार्टअटैक में तब्दील करने की कोशिश की। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद यानी 19 अप्रैल को हत्या का मामला दर्ज किया और जांच शुरू की।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार रोहित शेखर की 15 और 16 अप्रैल की दरम्यानी रात को कथित तौर पर गला दबाकर हत्या कर दी गई थी। घटना की रात दोनों के बीच एक रिश्तेदार को लेकर झगड़ा हुआ था। काफी नशे में होने के कारण रोहित विरोध करने की स्थिति में नहीं थे। झगड़े के दौरान पत्नी ने रोहित का गला घोंट दिया।

रोहित की मां उज्ज्वला ने रविवार को अपनी बहू अपूर्वा और उसके परिवार पर लालची होने का आरोप लगाते हुए कहा था कि वे पारिवारिक संपत्ति हड़पना चाहते थे। उन्होंने पहले कहा था कि दंपति के बीच शादी के पहले दिन से ही झगड़े हो रहे थे।

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