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उत्तराखंड के युवा कलाकारों ने रौशन किया राज्य का नाम, चित्रकारी में बनाया वर्ल्ड रिकार्ड

हल्द्वानी: राज्य के युवाओं ने एक बार फिर कारनामा कर दिखाया है। इस बार कमाल चित्रकारी के क्षेत्र में हुआ है। ऋिषिकेश के फेमस चित्रकार राजेश चंद्र की चित्रकारी पहले ही कई बार उत्तराखंड के लिए देश-विदेश में नाम स्थापित करने का ज़रिया बन चुकी है।

मगर इस बार राजेश के द्वारा तैयार किए गए युवाओं ने विश्व स्तर पर एक रिकॉर्ड कायम किया है। उत्तराखंड के पांच युवा कलाकार राजेश चन्द्र, मानसी पोखरेल, अमरजीत सिंह राणा, सानिया बिष्ट और सागर राजभर ने भारत को चित्रकारी में वर्ल्ड रिकॉर्ड गिफ्ट किया है।

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दरअसल इंटरनेशनल आर्ट एंड इमेजिनेशन फोरम व छपाई डॉट कॉम ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर चित्रकारी का एक इवेंट आयोजित करवाया था। जिसमें दुनियाभर से करीब 3000 कलाकारों ने हिस्सा लिया। यह ईवेंट कोरोना के लिए समर्पित था। चित्रकार राजेश चंद्र ने इवेंट से चार महीने पहलेउ से इन युवाओं को ट्रेनिंग दी थी।

बता दें कि इन युवाओं ने मिल कर अपनी भारतीय थीम हमारे कोरोना योद्धा, लोक कला, नवरात्रि दशहरा व डूडल आदि को चित्रत कर अपनी कलाकारी का लोहा मनवाया। महत्वपूर्ण बात यह है कि इस इवेंट को लंदन से वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्ड में विश्व का सबसे बड़ा ऑनलाइन क्रिएटिव इवेंट का ख़िताब मिला है।

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राजेश चंद्र बताते हैं कि इस इवेंट में लगभग 25 कैटेगरी में तकरीबन 50 देशों के कलाकारों ने अपनी कला को प्रस्तुत होने के लिए भेजा था। जिसके बाद 30 नवंबर को एक प्रदर्शनी के दौरान सबसे अच्छे कलाकारों की रचनाओं को वर्चुअल आर्ट गैलरी में डिस्पले किया गया। इसी गैलरी में उत्तराखंड के इन पांच कलाकारों और राजेश के द्वारा बनाया गया चित्र ‘देश ही परिवार है’ को डिस्पले किया गया।

बता दें कि इससे पहले राजेश यह चित्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और राज्य के विधानसभा अध्यक्ष को भी भेंट कर चुके हैं। कोरोना की आपदा को अवसर में बदल कर राजेश और टीम ने यह वर्ल्ड रिकॉर्ड हासिल किया है। जिससे उत्तराखंड का मान तो बढ़ा ही है और साथ ही यहां के लोग भी इस उपलब्धि पर खासा प्रसन्न और उत्साहित हैं।

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