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दूध के बाद उत्तराखंड के बाज़ार में जल्द मिलेगा आंचल कंपनी का Organic घी

हल्द्वानी: उत्तराखंड सरकार प्रदेश वासियों के लिये निरंतर रूप से स्वरोजगार के मौके तलाश रही है और युवाओं और महिलाओं के साथ हर वर्ग को आत्मनिर्भर बनने का अवसर दे रही है। राज्य में डेयरी का व्यवसाय काफी प्रचलन में है और यहां के लोगों के लिये यह रोजगार का एक अहम माध्यम भी है। सरकार दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में स्वरोजगार को बढ़ावा देने के प्रयास कर रही है। जल्द ही दुग्ध उत्पादकों के लिये सरकार एक नया विज़न ले कर आ रही है।

दरअसल उत्तराखंड सरकार ऑर्गेनिक घी बनाने की तैयारियों में जुटी हुई है जिसे जल्द ही प्रदेश की सभी बाज़ारों में उतारा जाएगा। जानकारी के मुताबिक राज्य सरकार ऑर्गेनिक घी की मार्केटिंग आंचल ब्रांड के नाम से करेगी। ऑर्गेनिक घी से संबंधित इस ज़रूरी योजना के लिये सारे अहम दिशा निर्देश दिये जा रहे हैं और दुग्ध विकास विभाग द्वारा दुग्ध उत्पादक किसानों को चुना जा रहा है। कार्य की गति इतनी तेज़ है कि ऊधमसिंह नगर जिले के प्रतापनगर में एक दुग्ध समिति को आर्गेनिक प्रमाणीकरण भी दिया जा चुका है। इस योजना का एक बड़ा फायदा उत्पादकों की जेब को होगा। ऑर्गेनिक घी के बाज़ार में दोगुने दाम मिलेंगे जिसके कारण उत्पादक आय के रूप में ज़्यादा कमा सकेंगे।

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सरकार ने प्रदेश में उत्पादित दूध की मार्केटिंग के लिए आंचल ब्रांड को अपने साथ जोड़ लिया है। इस योजना में सबसे ज़रूरी कड़ी किसान और दुग्ध समितियां रहेंगी। समितियों के माध्यम से ही किसानों द्वारा उत्पादित किया हुआ दूध रोज़ाना बाज़ार में बेचा जाता है। दूध के अलावा सरकार ऑर्गेनिक घी बनाने की तैयारियों में लगी हुई है। घी के नाम पर बाज़ारों में बहुत नकली उत्पाद बिक रहे हैं। ऐसे में ऑर्गेनिक घी का मार्केट में आना सफल हो सकता है और इससे लोगों की सेहत पर भी बेहतर असर पड़ सकता है। इस पूरे योजना के बाद जब दूध बाज़ारों में आंचल कंपनी के नाम से जाएगा। आंचल कंपनी ने इस संबंध में हामी भर दी है।

योजना से जुड़े समस्त कार्यों की शुरुआत भी हो चुकी है। ऊधमसिंह नगर जिले के प्रतापनगर में एक दुग्ध समिति को 50 दुधारू गाय खरीदने के लिए दुग्ध विकास विभाग की ओर से राष्ट्रीय सहकारिता विकास निगम से ऋण भी उपलब्ध करवा दिया गया है। इसके अलावा समिति द्वारा उत्पादित दूध को ऑर्गेनिक सर्टिफिकेशन प्रमाण भी प्राप्त हो चुका है। जिले के अन्य दुग्ध समितियों से जुड़े किसानों को भी आर्गेनिक प्रमाणीकरण के लिए चुना जा रहा है।

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दुग्ध विकास विभाग के संयुत्त निदेशक जयदीप अरोड़ा ने इस महत्वपूर्ण योजना के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जल्द ही आंचल ब्रांड के नाम से सभी उपभोक्ताओं को आर्गेनिक घी मिलना शुरू हो जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि इसके लिए रुद्रप्रयाग समेत अन्य जिलों में दुग्ध उत्पादकों को आर्गेनिक सर्टिफिकेशन दिलाने की प्रक्रिया चल रही है। बता दें कि ऑर्गेनिक घी के दाम 1200 रुपये प्रति किलो के करीब होंगे जबकि अभी आंचल घी बाज़ारों में 550 रुपये प्रति किलो में बिक रहा है।

जानकारी के अनुसार दुग्ध विकास विभाग के अंतर्गत तकरीबन 4164 दुग्ध समितियां रजिस्टर्ड हैं। जिनमें कुल 157891 सदस्य हैं। समिति के सदस्यों के माध्यम से ही दो लाख लीटर दूध रोज़ाना किसानों से एकत्रित किया जाता है। इसमें 1.60 लाख लीटर की बिक्री आंचल ब्रांड के नाम से की जाती है। इस योजना के तहत दुग्ध उत्पादक किसानों को आमदनी का और उपभोक्ताओं को सेहतमंद घी के रूप में लाभ मिलेगा।

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