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उम्र छोटी काम बड़ा, बेटे के आविष्कार ने जीता IAS दीपक रावत का दिल

हल्द्वानीः राज्य के बच्चे आज हर क्षेत्र में हुनर का लोहा मनवा रहे हैं। जिस उमर में बच्चे वीडियो गेम, मोबाइल, टीवी पर हमेशा अपना समय गुजारते हैं। वहीं कुछ बच्चे ऐसे भी होते हैं जो इन सभ चीजों को छोड़ कर कुछ ऐसा कर जाते हैं। जिससे पूरा राज्य और देश गर्व महसूस करता है। ऐसा ही कुछ कर दिखाया है 13 साल के कन्हैया ने। कन्हैया प्रजापति ने एक शानदार इलेक्ट्रिक कार बना दी। ये इलेक्ट्रिक कार बड़ी ना सही, लेकिन इस कार में बड़ी कार वाली हर सुविधा मौजूद है।

बता दें कि कन्हैया प्रजापति का परिवार भूपतवाला में रहता है। वो कक्षा 8 में पढ़ता है। कन्हैया ने इस इलेक्ट्रिक कार को सिर्फ दो महीने में तैयार किया। कन्हैया ने इसके लिए किसी भी प्रकार की कोई ट्रेनिंग नही ली है। कन्हैया ने यू-ट्यूब पर वीडियो देखी और मामा से कार के पार्ट्स मंगवाए और दो महीने की मेहनत के बाद इलेक्ट्रिक कार बना दी। अब आपको कार के बारे में बताते हैं। ये कार पेट्रोल-डीजल से नहीं, बल्कि बैटरी से चलती है। कार की लंबाई लगभग 5 फीट 5 इंच और चौड़ाई लगभग 2 फीट 5 इंच है। कार की ऊंचाई 4 फीट 6 इंच है। कार में, हॉर्न, शीशा, इंडीकेटर और एलईडी लाइट का इस्तेमाल किया गया है। कार में रिवर्स और फॉरवर्ड की सुविधा है। कार में 230 वाट की चार बैटरी लगी हैं। जिनकी क्षमता 920 वाट है। कार की बॉडी प्लाइवुड से बनी है।

कन्हैया की कार बनाने के बाद उसकी वीडियो सामने आई। इसपर IAS दीपक रावत खुद कन्हैया से मिलने पहुंचे। उसकी बनाई कार पर राइड भी ली और कन्हैया के इस आविष्कार को जमकर सराहा। IAS दीपक रावत ने कहा कि कन्हैया जैसे बच्चों को प्रोत्साहन मिलना चाहिए। इससे दूसरे हुनरमंद बच्चों को भी एक्सपेरिमेंट्स करने की प्रेरणा मिलेगी। उन्होंने कन्हैया को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। वहीं कन्हैया के इस आविष्कार से परिवार और पूरा राज्य गर्व महसूस कर रहा है।

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