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हरिद्वार: हिंदुस्तान यूनिलीवर में फूटा कोरोना बम, अब तक 224 कोरोना पॉजिटिव

हरिद्वार: हरिद्वार जिले में कोरोना का कहर थमता नहीं दिख रहा है। हिंदुस्तान यूनिलीवर में कंपनी के प्लांट में कोरोना बम फटा है। अब तक कुल 224 हिंदुस्तान यूनिलीवर कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव निकल चुके है। इन मरीजों में हरिद्वार शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के मरीज भी हैं। कई मरीज ऋषिकेश के भी हैं। इन मरीजों की कांटेक्ट हिस्ट्री तलाशी जा रही है। हेल्थ बुलेटिन के अनुसार हरिद्वार में अब तक कंटेनमेंट जोन की संख्या 89 पहुंच गई है।

हरिद्वार जिले में कोरोना के बढ़ते मामलों ने स्वास्थ्य विभाग की मुश्किलें बढ़ा दी है। गुरुवार को चार, शुक्रवार को हिंदुस्तान यूनिलीवर के 33, शनिवार को 27 कर्मियों के बाद रविवार को 156 मरीजों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। आज सुबह तक चार कर्मचारियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। अब यह आंकड़ा 224 पहुंच गया है। अधिकतर मरीज हरिद्वार के रहने वाले हैं। जबकि कुछ ऋषिकेश और दूसरे स्थानों के हैं। सभी की जांच प्राइवेट लैब में कराए गए हैं। वहीं प्लांट को बंद कर वहां सैनिटाइजेशन का कार्य तेजी से चल रहा है। सीएमओ डॉ. शंभूनाथ झा ने बताया कि मरीजों के संपर्क में आये लोगों को चिह्नित करने के लिए कई टीमें लगाई हैं।

इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने हिंदुस्तान लीवर कंपनी प्रबंधन के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। जिसमें कर्मचारियों को इकट्ठा कर लोगों की जान खतरे में डालने का आरोप लगाया गया है। एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय ने इसकी पुष्टि की है। सिडकुल स्थित हिंदुस्तान यूनिलीवर में कोरोना के 224 केस सामने आने से प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग में खलबली मच गई है। प्रशासन ने कंपनी में उत्पादन बंद करा दिया है। कंपनी में अब तक 224 कर्मचारियों में कोरोना की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 496 सैंपलों की रिपोर्ट आनी बाकी है।

वहीं, एक ही दिन में रिकॉर्ड सबसे अधिक मरीज सामने आने के बाद प्रशासन भी एक्शन मोड में आ गया है। डीएम ने जिले के सभी उद्योगों में दस फीसदी कर्मचारियों का कोरोना टेस्ट कराने के आदेश जारी किए हैं। साथ ही संक्रमण रोकने के लिए 30 नई टीमों का गठन किया गया है। सीएमओ डॉ. शंभू झा ने बताया कि फिलहाल जितने कर्मचारी ड्यूटी पर आ रहे थे, उनके सैंपल लिए जा चुके हैं। बड़ी बात यह है कि जिले के अधिकांश क्षेत्रों में ये कर्मचारी रह रहे हैं। इन सभी को भर्ती करने के लिए कोविड केयर सेंटरों को फिर से शुरू कर दिया गया है।

बताया जा रहा है कि सिडकुल क्षेत्र की कंपनियों में करीब दो लाख कर्मचारी हैं। इनमें से दस प्रतिशत के हिसाब से 20 हजार की जांच करनी होगी। डीएम सी रविशंकर के आदेश पर अब दस प्रतिशत कर्मचारियों के सैंपलों की जांच होगी। यह आदेश सोमवार से लागू करा दिया गया है। एक जांच की कीमत 2400 रुपये है। सीएमओ ने बताया कि सैंपलिंग के लिए तैयारियां शुरू करा दी गई हैं।

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