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कोविड सेंटर से भाग निकला कोरोना मरीज,खिड़की से कूदकर लगाई दौड़

पिथौरागढ़: राज्य के कोविड सेंटर और हॉस्पिटल की व्यवस्था पर लगातार सवाल खड़े उठ रहे हैं। खासकर सुरक्षा व्यवस्थाओं को लेकर। कोरोना मरीज इलाज के दौरान हॉस्पिटल से भाग रहे हैं और इस तरह के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। इस तरह का ताजा मामला पिथौरागढ़ जिले से सामने आ रहा है। जिला मुख्यालय में कोरोना मरीजों के लिए बनाये गए कोविड केयर सेंटर (डीसीसीसी) निर्माणाधीन बेस अस्पताल से एक कोरोना पाॅजिटिव मरीज खिड़की से कूदकर भाग गया। इस मामले के सामने आने के बाद हड़कंप मच गया। मामले की सूचना जिला अस्पताल प्रशासन व सीएमओ कार्यालय को दी गई। इस बीच पाॅजिटिव मरीज भागकर जिला अस्पताल के इमरजेंसी कक्ष में पहुंच गया पर वह पकड़ा गया। जिसके बाद जिला अस्पताल को भी सैनिटाइजेशन करने के लिए बंद कर दिया गया। स्थिति सामान्य होने पर सभी ने राहत की सांस ली।

प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले के घिंघरानी निवासी एक व्यक्ति और उसके माता-पिता व अन्य परिजनों कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। उन्हें कुछ दिन पहले नगर के लिन्ठ्यूड़ा में स्थित बेस अस्पताल बनाये गए डीसीसीसी के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया था। इस बीच बृहस्पतिवार को यह व्यक्ति अस्पताल भवन के अपने वार्ड की खिड़की से निकलकर नीचे कूद गया और भाग निकला। घटना का पता चलने पर वहां मौजूद कर्मचारी उसके पीछे दौड़े। मरीज भागकर जिला अस्पताल के इमरजेंसी कक्ष तक पहुंच गया। इसी दौरान उसे दबोच लिया गया। इसके बाद में उसे वापस कोविड सेंटर ले जाया गया। सीएमओ डाॅ. एचसी पंत व अन्य अधिकारी भी पहले जिला अस्पताल व कोविड सेंटर पहुंचे और हालात का जायजा लिया। कोविड केयर सेंटर में बुनियादी सुविधाओं व चिकित्सकीय सहूलियत के अभाव में परेशान होकर मरीज लगातार इस तहर के कदम उठा रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी नैनीताल और अल्मोड़ा जिले के वीडियो भी वायरल हुए हैं।

जिला कोविड केयर सेंटर में कोविड-19 के करीब पौने दो सौ मरीज भर्ती किये गए हैं, लेकिन वहां पर बुनियादी सुविधाओं का अभाव भी बना हुआ है। हॉस्पिटल अनदेखी की शिकायतें भी मरीजों से सुनने को मिल रही हैं। कोविड अस्पताल में अब तक कोई मनोचिकित्सक भी नहीं है, जिससे डरे-सहमे और हताश मरीजों को कोई मानसिक उपचार मिले सके। जिला अस्पताल में बनाये गए आइसोलेशन वार्ड में भी क्षमता और मानक के हिसाब से अधिक मरीजों को भर्ती करना पड़ा है, जबकि कई मरीज चंडाक स्थित एक होटल में बनाये गए क्वारंटाइन सेंटर में भर्ती हैं।

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