Nainital-Haldwani News

नैनीताल: क्या बच सकती थी संक्रमितों की जान, डीएम ने 7 दिन में मांगी रिपोर्ट

राजस्थान: एक ही परिवार के 25 लोग मिले कोरोना पॉजिटिव, मृत्युभोज में हुए थे शामिल

नैनीताल डीएम सविन बंसल ने एसटीएच में कोरोना संक्रमण से मरीजों की मृत्यु होने को गम्भीरता से लेते हुए मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ भागीरथी जोशी को सुशीला तिवारी चिकित्सालय मे कोरोना संक्रमण से हुए 08 मरीजों की मृत्यु का डेथ आॉडिट को रिव्यू करते हुए एक हफ्ते में रिपोर्ट पेश करने को कहा है।

डीएम ने बताया कि नोडल अधिकारी सुशीला तिवारी चिकित्सालय रोहित मीणा ने एसटीएच की कार्यप्रणाली तथा अनियमितताओं के सम्बन्ध मे अपनी आख्या एवं चिकित्सालय मे सुधार हेतु सुझाव दिये हैं। उन्होने बताया कि नोडल अधिकारी एसटीएच द्वारा दी गई रिपोर्ट में टियर थ्री आईसीयू (हाई इन्टेसिव आईसीयू) मे कोरोना मरीजों को भर्ती नही किया जा रहा है। जिसके कारण यह उल्लेखित किया गया है कि किसी भी कोरोना मरीज को हाई इन्टेसिव आईसीयू की आवश्यकता न होने के दृष्टिगत मरीज को भर्ती नही किया गया। परन्तु यह तथ्य महत्वपूर्ण है कि वर्तमान समय तक 08 मरीजों की कोरोना संक्रमण के कारण मृत्यु हो चुकी है ये मरीज कोरोना संक्रमण की दृष्टि से गम्भीर मरीजों की श्रेणी मे आते थे, इन मरीजों को हाई इन्टेसिंव आईसीयू में भर्ती किये जाने की आवश्यकता थी।

डीएम सविन बंसल ने आम जनमानस के स्वास्थ्य हितों एवं चिकित्सालय प्रबन्धन की व्यवस्थाओं मे व्याप्त लापरवाही व अनियमितताओं को देखते हुये मुख्य चिकित्साधिकारी को एसटीएच मे कोरोना संक्रमण से हुई 08 मरीजों की मृत्यु का डेथ ऑडिट रिव्यू करते हुये क्या मृतकों के डेथ ऑडिट में हाई इंटेंसिव आईसीयू मे नहीं रखने का उल्लेख किया है। क्या कोरोना संक्रमण से मृतक मरीजों को हाई इंटेसिव आईसीयू मे रखने की आवश्यकता थी, यदि कोरोना संक्रमण से मृतकों को समय रहते हाई इंटेंसिव आईसीयू मे भर्ती करा दिया जाता तो क्या उनकी मृत्यु की सम्भावनाओं को रोका जा सकता था, पर स्पष्ट रिपोर्ट एक सप्ताह मे प्रस्तुत करने के निर्देश दिये।

To Top