Nainital-Haldwani News

हल्द्वानी से 45 किलोमीटर दूर पंतनगर बनेगा इंटरनेशनल एयरपोर्ट,1100 एकड़ भूमि का चयन

हल्द्वानी: उत्तराखंड से भी अब इंटरनेशनल हवाई सेवा शुरू होगी। इस प्लान पर काम शुरू हो गया है। इंटरनेशनल सेवा लेने के लिए लोगों को अब दिल्ली या बेंगलुरू के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।शनिवार को सचिव, नागरिक उड्डयन मंत्रालय प्रदीप खरोला और एयरपोर्ट ऑथोरिटी ऑफ इण्डिया के चैयरमेन अरविंद सिंह ने मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत से भेंट कर ऊधमसिंहनगर ( पंतनगर) में ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट की स्थापना की प्री-फिजीबिलीटी रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने कहा कि ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के लिए चिन्हित की गई भूमि उपयुक्त है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नागरिक उड्डयन मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से पिछले तीन वर्ष में प्रदेश में हवाई सेवा के क्षेत्र में काफी काम किया गया है। ढांचागत विकास के साथ बड़ी संख्या में हवाई सेवाएं शुरू की गई हैं। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में पर्यटन, आपदा व सामरिक दृष्टि से एयर इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करना बहुत जरूरी है। राज्य सरकार द्वारा इसके लिए नागरिक उड्डयन मंत्रालय और एयरपोर्ट ऑथोरिटी ऑफ इण्डिया को हर प्रकार से सहयोग किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने राज्य के अधिकारियों को ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट के लिए आवश्यक प्रक्रियाओं को जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र व राज्य के अधिकािरयों में बेहतर समन्वय है, इसका परिणाम भी दिखाई दे रहा है। आगे भी इसी प्रकार तालमेल के साथ काम किया जाए।

 

ऊधमसिंहनगर में जिला प्रशासन द्वारा ग्रीनफिल्ड एयरपोर्ट स्थापित करने के लिए 1100 एकड़ भूमि चिन्हित की गई है। भविष्य में इसे इंटरनेशनल एयरपोर्ट के रूप में अपग्रेड किया जा सकता है। सचिव, नागरिक उड्डयन मंत्रालय, भारत सरकार श्री प्रदीप खरोला और एयरपोर्ट आथोरिटी आफ इण्डिया के चैयरमेन श्री अरविंद सिंह ने उत्तराखण्ड के मुख्य सचिव श्री उत्पल कुमार सिंह व अन्य अधिकारियों के साथ चिन्हित भूमि का निरीक्षण कर मुख्यमंत्री को इसकी प्री-फिजीबिलीटी रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौंपी। 


वर्तमान में पंतनगर एयरपोर्ट में लगभग 267 एकड़ भूमि है। 530 वर्गमीटर का पेसेन्जर टर्मिनल है। यहां व्यस्तम समय में हैंडलिंग क्षमता 50 यात्रियों की है। ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट बन जाने से यहां की क्षमता काफी बढ़ जाएगी। इसे आगे जाकर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के रूप में भी विकसित किया जा सकता है।

To Top