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उत्तराखंड के पर्यटकों के लिए कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट लाना जरूरी नहीं

उत्तराखंड आने वाले पर्यटकों को नहीं होना पड़ेगा क्वारंटाइन, नियम ध्यान से पढ़ें

हल्द्वानी: राजाजी टाइगर रिजर्व प्रशासन ने भी कोरोना वायरस के बढ़ने के बाद नई व्यवस्था बनाना शुरू कर दिया है। राजाजी टाइगर रिजर्व में हाथी, बाघ, तेंदुआ समेत अन्य वन्यजीवों का दीदार करने के लिए आने वाले यात्रियों के लिए राज्य सरकार द्वारा जारी नियमों का लागू कर दिया गया है। दूसरे राज्यों से आने वाले सैलानियों को गेट पर नेगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी। हालांकि उत्तराखंड निवासी सैलानियों पर कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट का नियम लागू नहीं होता है। कोरोना वायरस के मामलों के बढ़ने के साथ ही सरकार ने सख्ती बढ़ा दी है और ऐसे में सैलानी अपनी बुकिंग कैंसल कर रहे हैं।

टाइगर रिजर्व निदेशक डीके सिंह का कहना है कि दूसरे राज्यों से आने वाले पर्यटकों के लिए कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य की गई है। सुरक्षा के लिहाज से यह जरूरी हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के पर्यटकों के लिए कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट आना जरूरी नहीं है। फिलहाल टाइगर रिजर्व को बंद करने को लेकर कोई प्रस्ताव नहीं है। केंद्रीय वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय और नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी कोई फैसला लेगी तो ही आगे की कार्यवाही होगी। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के बढ़ते ही सैलानियों की संख्या कम हो रही है।

डीके सिंह का यह भी कहना है कि फिलहाल टाइगर रिजर्व को बंद करने को लेकर कोई प्रस्ताव नहीं है, लेकिन यदि केंद्रीय वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय और नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी की तरफ से टाइगर रिजर्व को बंद करने का निर्णय लिया जाता है तो उसके अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी। कहा कि कोरोना के कारण पर्यटकों की संख्या में कमी आई है। उन्होंने कहा कि कॉर्बेट प्रशासन कोरोना गाइडलाइन का पालन कराते हुए पर्यटकों को सफारी करा रहा है। पर्यटकों को बिना मास्क के प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है।

बता दें कि 12 राज्यों से आने वाले पर्यटकों के लिए 72 घंटे के भीतर की कोविड निगेटिव रिपोर्ट लाने के आदेश से पर्यटन कारोबार प्रभावित हो रहा है। इसके बाद से पर्यटकों ने रामनगर घूमने के लिए होटल-रिजॉर्ट में की गईं बुकिंग को निरस्त करना शुरू कर दिया है। दो दिनों में करीब 50 फीसदी बुकिंग रद्द की गई है। लॉकडाउन के करीब एक साल बाद पर्यटन कारोबार पटरी पर लौट रहा था, लेकिन अचानक कोरोना का प्रकोप बढ़ने से पिछले साल जैसा डर व्यापारी को लग रहा है।

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