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उत्तराखंड के लोगों को सुविधा, पासपोर्ट के लिए ऑफिस आने की जरूरत नहीं

उत्तराखंड के लोगों को सुविधा, पासपोर्ट के लिए ऑफिस आने की जरूरत नहीं

देहरादून: कोरोना वायरस के चलते पूरा कलेंडर लेट हो गया है। सुरक्षा के साथ अब जिंदगी को पटरी पर लाने की तैयारी की जा रही है और ऑफिस भी खुलने लगे हैं। अभी भी कुछ सेवाएं शुरू नहीं हुई लेकिन जो हुई हैं उनकों लेकर लगातार अपेडट आ रहा है। इसी क्रम में विदेश मंत्रालय लगातार लोगों के लिए पासपोर्ट बनाने की प्रक्रिया को सरल बना रहा है ताकि उन्हें बेवजह घर से बाहर ना निकलना पड़े। अब PASSPORT कार्यालय से मिलने वाले पुलिस क्लीयरेंस सर्टिफिकेट (पीसीसी) को भी अब सीधे आवेदक के पते पर रजिस्टर्ड डाक से भेजा जाएगा। उत्तराखंड क्षेत्रीय PASSPORT कार्यालय में नियम लागू हो गया है।

बता दें कि पहले पासपोर्ट सेवा केंद्र में बायोमेट्रिक सत्यापन के बाद आवेदक का पुलिस सत्यापन होता था। पुलिस क्लीयरेंस सर्टिफिकेट स्वीकृत होने पर आवेदक को पासपोर्ट सेवा केंद्र आकर औपचारिकताएं पूरी करता था फिर सर्टिफिकेट जारी किया जाता था। दरअसल, कई देशों में वर्क वीजा के लिए पीसीसी की जरूरत पड़ती है। राज्य में देहरादून के हाथीबड़कला स्थित पासपोर्ट सेवा केंद्र में ही पीसीसी बनाने की सुविधा है। आजकल 15 ऑनलाइन अप्वाइंटमेंट पीसीसी के लिए खोले गए हैं। पहले 30 अप्वाइंटमेंट खोले जाते थे। 

पीसीसी के लिए पासपोर्ट इंडिया की वेबसाइट पर ऑनलाइन अप्वाइंटमेंट मिलता है और इसे लेने के लिए 500 रुपए की फीस देनी होती है। उसके बाद पासपोर्ट सेवा केंद्र में बायोमेट्रिक सत्यापन के लिए निश्चित तिथि और समय पर अप्वाइंटमेंट मिलता है।

ये स्टेप पूरा होने के बाद पासपोर्ट कार्यालय पुलिस सत्यापन के लिए जिला पुलिस को आवेदक के दस्तावेज भेजता है। पुलिस कार्यालय से समुचित जानकारी मिलने के बाद ही पुलिस क्लीयरेंस सर्टिफिकेट करती है।

इस बारे में क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी ऋषि अंगरा ने बताया कि पुलिस सत्यापन के बाद पीसीसी सीधे आवेदक के रजिस्टर्ड पते पर स्पीड पोस्ट द्वारा भेजा जाएगा। इससे पहले बायोमेट्रिक सत्यापन के लिए और अन्य जरूरी दस्तावेज लेकर आवेदक को हाथीबड़कला स्थित पासपोर्ट सेवा केंद्र में आना होगा।

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