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PM मोदी ने सीएम त्रिवेंद्र रावत से किया केदारनाथ और बदरीनाथ को सवारने का वादा

PM मोदी ने की केदारनाथ में चल रहे कार्यों की समीक्षा, बोले- बदरीनाथ धाम के लिए भी बने डेवलपमेंट प्लान

देहरादून: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत से केदारनाथ धाम में चल रहे पुनर्निमाण कार्यों की जानकारी ली। पीएम नरेंद्र मोदी ने यहां सीएम रावत को 100 साल तक की परिकल्पना के हिसाब से बदरीनाथ धाम के लिए भी डेवलपमेंट प्लान बनाने के लिए कहा है।

वहीं, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रधानमंत्री को बताया कि केदारनाथ में चल रहे निर्माण कार्यों के लिए राज्य को लगभग 200 करोड़ रुपये की आवश्यकता होगी। जिस पर पीएम नरेंद्र मोदी ने विश्वास दिलाया कि भगवान केदारनाथ और बदरीनाथ में होने वाले विकास कार्यों के लिए राज्य सरकार को केन्द्र से हर सम्भव मदद दी जायेगी।

पीएम नरेंद्र मोदी ने ड्रोन के माध्यम से केदारनाथ में चल रहे विभिन्न कार्यों का अवलोकन भी किया। उन्होंने केदारनाथ मंदिर परिसर, आदिगुरू शंकराचार्य की समाधि, सरस्वती घाट व आस्था पथ, भैरव मन्दिर के रास्ते पर बने पुल, केदारनाथ में बन रही गुफाओं, मन्दाकिनी नदी के पुल, मंदाकिनी और सरस्वती के संगम पर बन रहे घाटों का ओवर व्यू किया।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि रामबाड़ा से केदारनाथ तक छोटे-छोटे पेच को केदारनाथ धाम की ऐतिहासिकता से जोड़ा जाए, ताकि श्रद्धालुओं को केदारनाथ के ऐतिहासिक एवं पौराणिक महत्व के बारे में भी रोचक जानकारियां मिलें। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में आध्यात्म से संबंधित भी अनेक काम किये जा सकते हैं, इस ओर ध्यान दिया जाए। उन्होंने केदारनाथ के आस-पास बनाई जा रही गुफाओं को सुनियोजित तरीके से विकसित करने के लिए भी कहा, ताकि इनका स्वरूप आकर्षक हो। प्रधानमंत्री ने कहा कि अभी केदारनाथ में निर्माण कार्य तेजी से किए जा सकते हैं। ऐसे में प्राथमिकता के काम चिन्हित कर पहले पूरे कर लिए जाएं।

वहीं, सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पीएम नरेंद्र मोदी को बताया कि राज्य के लोगों को सीमित संख्या में भगवान केदारनाथ और बदरीनाथ के दर्शन की अनुमति दी गई है। मास्क का उपयोग, सामाजिक दूरी का पालन करते हुए एक दिन में अधिकतम 800 लोग दर्शन कर सकते हैं।

वहीं, मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने केदारनाथ में चल रहे विभिन्न निर्माण कार्यों की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आदिगुरू शंकराचार्य की समाधि के पुनर्निर्माण का कार्य 31 दिसम्बर 2020 तक पूरा हो जायेगा। सरस्वती घाट का काम पूर्णता की ओर है, जो 30 जून तक कंप्लीट हो जायेगा। भैरव मंदिर के रास्ते पर पुल का निर्माण निर्धारित समय से पहले पूरा कर लिया गया है। तीर्थ पुरोहितों के रहने के लिए 5 ब्लॉकों में घर बनाऐ जा रहे हैं, जिसमें 2 ब्लॉक बनाये जा चुके हैं, बाकी ब्लॉक्स का काम सितम्बर तक पूरा हो जाएगा। केदारनाथ में आध्यात्म की दृष्टि से 3 गुफाएं बनाई जा रही हैं, जिनका निर्माण सितम्बर 2020 तक पूर्ण हो जायेगा। मन्दाकिनी नदी पर बन रहे पुल का काम 31 मार्च 2021 तक हो जायेगा। साथ ही उन्होंने बताया कि केदारनाथ में ओपन म्यूजियम बनाने की योजना भी बनाई जा रही है।

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