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बागी नैनवाल की भाजपा में एंट्री, विरोध में पदाधिकारी,अल्मोड़ा में खराब ना हो जाए भाजपा का खेल

अल्मोड़ा: राजनीति का रंग ही निराला है। सत्ता के लिए दोस्त दुश्मत बन जाते हैं और दुश्मन दोस्त। नैनीताल लोकसभा सीट से भाजपा के प्रत्याशी अजय भट्ट को साल 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था। इस हार के पीछे अपने ही थे। एक बार फिर सत्ता के लिए समय की सुई घूमी है और बागी की परिवार में एंट्री हुई है।

रानीखेत से भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट के विरोध में निर्दलीय लड़ने वाले प्रमोद नैनवाल की भाजपा में वापसी हुई है। वो अपनी पत्नी और भिकियासैंण की ब्लॉक प्रमुख हिमानी नैनवाल के साथ अल्मोड़ा में पार्टी में वापसी की। इस मौके पर लोकसभा क्षेत्र प्रभारी केदार जोशी समेत पार्टी पदाधिकारियों की मौजूदगी में उनकी वापसी हुई। बता दें कि प्रमोद नैनवाल भाजपा के अनेक पदों पर रह चुके हैं।

साल 2017 में रानीखेत विधानसभा चुनाव में पार्टी ने जब अजय भट्ट को टिकट दिया तो उन्होंने बागी रूख अपना लिया और निर्दलीय चुनाव पर उतरने का फैसला किया। नैनवाल के उतरने से भाजपा को कई मतों का नुकसान हुआ और सीट कांग्रेस के पक्ष में चले गई। नैनवाल की भाजपा में एंट्री के बाद , लोकसभा प्रभारी,केदार जोशी ने कहा कि प्रमोद नैनवाल ने साल 2017 में भावावेश में आकर चुना लड़ा था। वह इस बात को स्वीकार कर चुके हैं। उन्होंने पार्टी संगठन के हर कार्य को पूरी निष्ठा करने का भरोसा दिलाया है। जिस कारण उन्हें पार्टी में वापस ले लिया गया है।

प्रमोद नैनवाल के भाजपा में शामिल होने का पार्टी के कई कार्यकर्ताओं ने विरोध किया है। इस सिलसिले पर वरिष्ठ पदाधिकारियों ने आपात बैठक बुलाई और प्रदेश संगठन के फैसले पर सवाल उठाया है। उन्होंने साफ किया कि अपने निजी फायदे के लिए पार्टी के खिलाफ जाने वाले शख्स को पार्टी में स्वीकार नहीं करना चाहिए। यह भी सामने आ रहा है  कार्यकर्ताओं को विश्वास में लिए बगैर लिया गया निर्णय निरस्त न किया तो ताड़ीखेत व भिकियासैंण मंडल अध्यक्ष समेत तमाम पदाधिकारी पार्टी से त्यागपत्र दे देंगे।

 

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