देहरादूनः ऋषिकेश से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने सभी के होश उड़ा दिए हैं। जहां मुनिकीरेती जीएमवीएन के गंगा रिजॉर्ट में डॉक्टरों की टीम रुकी हुई थी। डॉक्टरों के साथ कुछ ऐसा हुआ जिसकी उन्होने कभी कल्पना भी नही की होगी। निगम प्रबंधन ने इन डॉक्टरों को करीब चार लाग रुपए का बिल थमा दिया। ये बिल खाने का है। जबकि डॉक्टरों का कहना है कि उन्होंने रिजॉर्ट में खाना खाया ही नहीं।
बता दें कि नरेंदनगर विकासखंड के डॉक्टरों की टीम को मुनिकीरेती क्षेत्र में ड्यूटी के लिए भेजा गया था। इस दौरान इन सभी को जीएमवीएन के गंगा रिजॉर्ट में ठहराया गया। इनके रहने और खाने का इंतजाम जीएमवीएन ने किया था। इस टीम में 70 डॉक्टर और फार्मासिस्ट शामिल हैं। और इनका काम मुनिकीरेती क्षेत्र में टिहरी जनपद के बॉर्डर और अन्य इलाकों में लोगों की स्वास्थ्य जांच करना था। और 23 मार्च से टीम यहीं रह रही है।
निगम प्रबंधन डॉक्टरों से खाने के बिल के 4 लाख रुपये देने को कह रहा है। मामले के बाद बिल की एक कॉपी डीएम को भी भेजी गई। डीएम ने भी कहा कि खाने का बिल डॉक्टर ही भरेंगे। वहीं डॉक्टरों का कहना है कि उन्होंने रिजॉर्ट में खाना खाया ही नहीं, इसलिए बिल क्यों भरें। उन्होंने मामले में डीएम से कार्रवाई की मांग की है।
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