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उत्तराखंड रोडवेज को 12 प्रतिशत के करीब यात्री मिले , डीजल की रकम निकालना मुश्किल

हल्द्वानी: उत्तराखंड परिवहन निगम की बसों का संचालन भले ही हो रहा हो लेकिन वह यात्रियों के लिए तरस रही है। विभिन्न रूटों पर 58 बसों का संचालन हो रहा है लेकिन किराया अधिक होने के वजह से लोगों ने बसों से दूरी बनाई हुई है। रविवार को सामने आए आंकड़ों के मुताबिक 58 बसों में सिर्फ 686 यात्रियों ने ही सफर किया। इसका औसत निकाला जाए तो 12 प्रतिशत के करीब आता है।

रविवार को ही लोहाघाट से हल्द्वानी के लिए 104 दिन बाद संचालन हुआ। इस बस में केवल 9 यात्री सवार थे। बता दें कि 25 जून को लोहाघाट डिपो की दो बसों ( एक नैनीताल और एक हल्द्वानी) को चलाने के निगम मुख्यालय से आदेश हुए थे लेकिन यात्रियों की संख्या कम होने के वजह से संचालन शुरू नहीं किया गया। पहली बस एक जुलाई को टनकपुर के लिए चली थी, जिसमें काफी कम यात्रियों ने सफर किया था। रोडवेज अधिकारियों की मनानें तो निगम को बसों के संचालन में लागत वसूल करना भी मुश्किल हो रहा है। किराए से मिलने वाली रकम से ज्यादा डीजल लग रहा है।

इसके अलावा मसूरी बस अड्डे से रोजाना पर्वतीय मार्ग के लिए 28 और मसूरी के लिए 35 बसों का संचालन होता था। रोजाना 63 बसों को रूट्स पर भेजा जाता था। लेकिन इन दिनों सवारियों की कमी के चलते केवल 18 बसें ही संचालित की जा रही हैं। ये भी 50 परसेंट सवारियां ले जा रही हैं।

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