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उत्तराखंड: 90 मिनट पहले पहुंचे रेलवे स्टेशन, तभी मिलेगी यात्रा की अनुमति, नियम पढ़ें

ट्रेन से प्रवासियों को वापस लाने के संबंध में उत्तराखंड पुलिस ने दिया अपडेट
train- file photo

देहरादून: एक जून से भारतीय रेलवे ने अपनी सेवा देना शुरू कर दिया है। कुछ रूटों के लिए ट्रेन चल रही है। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून से फिलहाल दो ट्रेन का संचालन हो रहा है। देहरादून-नई दिल्ली और देहरादून-काठगोदाम जनशताब्दी लोगों को अपनी सेवाएं दे रही है। कुछ दिन पूर्व ही हल्द्वानी से दिल्ली के लिए ट्रेन चलने को लेकर खबर सामने आई थी और इस पर जल्द फैसला हो सकता है।

वहीं अब एक खबर देहरादून से आ रही है जो यात्रियों की लापरवाही से जुड़ी है। ट्रेन में यात्रा करने वालों के लिए नियम बना है कि वह समय से 90 मिनट पहले स्टेशन पहुंचे ताकि थर्मल स्क्रीनिंग और सैनिटाइज किया जा सके लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है तो मजबूर होकर प्रशासन ने सख्त फैसला लिया है। यात्रियों के वक्त से नहीं पहुंचने पर रेलवे के सामने बड़ी परेशानी पैदा हो रही थी। कई यात्री बिना चैकिंग के यात्रा कर रहे थे।

इससे संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। रेलवे प्रशासन ने सभी यात्रियों से अनुरोध किया कि वह समय से स्टेशन पहुंचे। बिना थर्मल स्क्रीनिंग और सैनिटाइज के ट्रेन में बैठने की अनुमति किसी को नहीं दी जाएगी। फिर चाहे किसी की ट्रेन ही क्यों न छूट जाए। इसके अलावा आरक्षण कराने के साथ ही यात्रियों के मोबाइल पर क्यूआर कोड जनरेट करने के लिए रेलवे की ओर से लिंक भेजा जाएगा।

वरिष्ठ मंडल वाणिज्य निरीक्षक रेखा शर्मा ने ने बताया कि इस लिंक के जरिए यात्री अपना क्यूआर कोड जनरेट करेंगे। चेकिंग स्टाफ को यह क्यूआर कोड यात्री को दिखाना होगा। चेकिंग स्टाफ अपने मोबाइल से यात्री के क्यूआर कोड को स्कैन करेगा। स्कैन के साथ ही यात्री की पूरी डिटेल स्टाफ के मोबाइल में आ जाएगी। इस व्यवस्था को लागू कर दिया गया है। वर्तमान में रेल यात्रा के दौरान यात्रियों के टिकट के साथ-साथ परिचयपत्रों की भी जांच की जाती है। इससे चेकिंग स्टाफ और यात्रियों के संक्रमित होने का ज्यादा खतरा है

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