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उत्तराखण्ड के रजत जैन ने बनाई खास डिवाइस,देश के टॉप-20 STARTUP में शामिल

हल्द्वानी: राज्य के बच्चे अपने कारनामों से पूरे देश में नाम कमा रहे हैं। क्षेत्र कोई भी है उत्तराखण्ड का नाम उसके बच्चे वहां दर्ज कर ही देते हैं। इस बार उत्तराखण्ड के बेटे की एक खोज देश के टॉप 20 स्टार्टअप में जगह बनाने में कामयाब रही। वर्ल्ड इकॉनोमिक्स फोरम की ओर से हाल ही में चीन में आयोजित न्यू चैंपियन मीटिंग में उत्तराखण्ड के रजत जैन ने भारत का प्रतिनिधित्व किया। एक से तीन जुलाई को चीन में वर्ल्ड इकॉनोमिक्स फोरम ने न्यू चैंपियन मीटिंग में विश्व के कई देशों से टॉप-96 स्टार्ट अप को आमंत्रित किया था। जिसमें भारत से छह स्टार्ट अप का चयन किया गया।

रजत पेशे से मैकेनिकल इंजीनियर हैं। उन्होंने अपने स्टार्टअप के रूप में सनफॉक्स कंपनी के नाम से दिल की बीमारी का पता लगाने वाली स्पेनडन डिवाइस का उत्पादन शुरू किया है। प्रदेश के नामी अस्पतालों में मरीजों पर इस डिवाइस का ट्रायल चल रहा है। जल्द ही उम्मीद जताई जा रही है कि यह डिवाइस आम लोगों के लिए बाजार में उपलब्ध होगी। 

रजत जैन ने ग्राफिक एरा संस्थान से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की। उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलीजेंट टेक्नोलॉजी से स्पेनडन डिवाइस तैयार की है। इसकी खास बात ये है कि इस डिवाइस से अनपढ़ से लेकर डॉक्टर तक कोई भी दिल की बीमारी का पता कर सकता है। यह मशीन यह भी संकेत देती है कि दिल की बीमारी होने की कितनी संभावना है। रजत ने अपने इस आइडिया को स्टार्टअप के जरिये उद्योग के रूप में स्थापित करने की ओर कदम बढ़ाए और उत्तराखण्ड का नाम रोशन किया है। रजत के स्टार्टअप कंपनी सनफॉक्स को केंद्र और राज्य सरकार ने मान्यता दे दी है। रजत के उद्योग को ऊंचाई तक पहुंचाने के लिए ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय टेक्नोलॉजी बिजनेस इन्क्यूबेटर और उत्तराखंड तकनीकी विश्वविद्यालय के पूर्व वीसी प्रो. वीके तिवारी सहयोग कर रहे है।

स्टार्टअप को राज्य सरकार दे रही है प्रोत्साहन 

प्रदेश सरकार मान्यता प्राप्त स्टार्टअप को प्रोत्साहित करने के लिए सहयोग कर रही है। सामान्य वर्ग के स्टार्टअप को 10 हजार, एससी, एसटी, महिला, दिव्यांग वर्ग को 15 हजार (प्रति स्टार्ट अप) मासिक भत्ता एक साल तक दिया जा रहा है।

इसके अलावा नए उत्पाद की मार्केटिंग के लिए सामान्य वर्ग के स्टार्ट अप को 5 लाख और एससी, एसटी व महिला वर्ग को 7.5 लाख तक राज्य सरकार द्वारा दिया जा रहा है। एमएसएमई नीति के अनुसार स्टांप ड्यूटी और एसजीएसटी में छूट का लाभ भी स्टार्टअप में दिया जा रहा है। मान्यता प्राप्त इन्क्यूबेटरों को तीन साल की अवधि तक संचालन एवं प्रबंधन खर्च के रूप में दो लाख प्रति वर्ष दिया जा रहा है। 

चीन में वर्ल्ड इकॉनोमिक्स फोरम ने न्यू चैंपियन मीटिंग में शामिल होने के बाद रजत जैन ने कहा कि देश के टॉप स्टार्टअप में जगह हासिल करना मेरे लिए बहुत बड़ी कामयाबी है। स्पेनडन डिवाइस का उत्पादन शुरू हो गया है। मैक्स, फोर्टिज, एम्स समेत अन्य बड़े अस्पतालों में डिवाइस से मरीजों की जांच का ट्रायल चल रहा है। जल्द ही यह डिवाइस बाजार में आम लोगों की उपलब्ध होगी। इस डिवाइस से कोई भी व्यक्ति घर बैठे दिल की बीमारी का पता कर सकेगा, इससे वह दिल की बीमारी के विषय में काफी संतर्क रहेंगे।

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