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जाफर के बचाव में उतरे उत्तराखंड के क्रिकेटर,टीम मैनेजर ने दी थी मौलवी बुलाने की अनुमति

हल्द्वानी: पिछले तीन दिन से उत्तराखंड क्रिकेट सुर्खियों में है। पूर्व भारतीय क्रिकेटर वसीम जाफर ने उत्तराखंड के हेड कोच पद से इस्तीफा देते वक्त क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के पदाधिकारियों के टीम चयन में दखल अंदाजी की बात कही थी। इसके अलावा उन्होंने कहा था कि इस वजह से योग्य खिलाड़ियों को मौके नहीं मिल रहे हैं और वह आगे काम नहीं कर पाएंगे।

इसके बाद सीएयू ने वसीम जाफर पर धार्मिक आधार टीम चयन करने का आरोप लगाया। यह बात भी कही गई कि जाफर ने कैंप के दौरान मौलवियों को ड्रेसिंग रूम में बुलाया था। सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में इकबाल अब्दुल्ला को बढ़ाने के लिए वह लोकल खिलाड़ी कुनाल चंदेला को बैटिंग के लिए नीचे भेज रहे थे।

जवाब में जाफर ने कहा कि मौलवी इकबाल ने बुलाए थे और मैनेजर से इस बारे में पूछा गया था, वहीं वह जयबिष्टा को कप्तान बनाना चाहते थे। उन्होंने कहा कि वह लंबे वक्त से क्रिकेट में हैं और हर धर्म का सम्मान करते हैं।

इस बारे में अब उत्तराखंड क्रिकेट टीम के खिलाड़ी इकबाल अब्दुल्ला का बयान सामने आया है। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार इकबाल ने पूर्व कोच वसीम जाफर का बचाव किया है। उन्होंने कहा कि ड्रेसिंग रूम में मौलवी टीम मैनेजर नवनीत मिश्रा की अनुमति के बाद ही आए थे। इकबाल अब्दुल्ला ने कहा कि शुक्रवार की नमाज अदा करने के हेतु मौलवी बुलाने को लेकर उन्होंने वसीम जाफर को कहा था। जाफर ने उन्हें मैनेजर से इस बारे में बात करने को कहा।

इकबाल अब्दुल्ला ने कहा कि जब उन्होंने टीम मैनेजर नवनीत मिश्रा को इसकों लेकर अनुमति मांगी तो कहा कि कोई नहीं इकबाल, प्रार्थना-धर्म पहले…..भी जरूरी है। अगर बायो बबल नियम लागू होता तो मैनेजर ने हमे अनुमति नहीं दी होती। मैं खुद इजाजत नहीं मांगता…

टीम के स्लॉगन को लेकर उठे विवाद पर भी इकबाल ने जाफर का बचाव किया। उन्होंने कहा कि जिस खिलाड़ी ने अपना जीवन भारतीय घरेलू क्रिकेट को दिया है, उन पर धर्म को लेकर आरोप लग रहे हैं…जो दुखदाई है। मेरी जाफर भाई से बात हुई है वह दुखी हैं। यह आरोप मुख्य मुद्दे को रास्ते से भटकाने के लिए हैं। टीम में एक नहीं कई सारे स्लॉग लगाते खिलाड़ी लगाते थे। जाफर भाई ने कहा कि हम उत्तराखंड के लिए खेल रहे हैं तो केवल एक ही स्लॉगन होना चाहिए और इसलिए गो उत्तराखंड स्लॉगन हम सभी ने लगाना शुरू किया।

सीएयू ने दिए जांच के आदेश

क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड (सीएयू) ने टीम के पूर्व कोच वसीम जाफर के बायो बबल मानक का उल्लंघन करने के मामले में जांच बैठा दी है। टीम मैनेजर नवनीत मिश्रा से पूरे मामले में विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है। वसीम जाफर पर कोरोना काल में खिलाड़ियों व सपोर्ट स्टाफ की सुरक्षा के लिए बनाए गए बाबो बबल के उल्लंघन का आरोप है। बताया जा रहा है कि जाफर ने उस दौरान तीन मौलवियों को मैदान पर बुलाया था। इससे खिलाड़ियों की सुरक्षा को लेकर खतरा पैदा हुआ था। इसके अलावा नवनीत मिश्रा इस पूरे प्रकरण की विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर सीएयू को भेजेंगे। सीएयू के सचिव महिम वर्मा ने बताया कि जांच रिपोर्ट के आधार पर एसोसिएशन कार्रवाई करेगी।

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