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डॉक्टरों ने पांच लीटर बियर पिलाई फिर जाकर बच पाया मरीज, घटना ने सभी को किया दंग

नई दिल्ली: जो डॉक्टर शराब से दूर रहने को बोलते है उन्हें अपनी मरीज की जान बचाने के लिए शराब का ही इस्मेताम करना पड़ा। इस घटना ने सभी को अपनी तरफ खींचा है।हर कोई सकते में है कि कैसे डॉक्टर ने मरीज शराब पिलाई!

वियतनाम में शऱाबी मरीज के इलाज का अनोखा मामला सामने आया है। यहां एक व्यक्ति अल्कोहल प्वाॅइजनिंग की शिकायत लेकर वह डॉक्टर के पास पहुंचा। डॉक्टर ने मरीज की जान बचाने के लिए उसके पेट में 15 केन बीयर (5 लीटर) चढ़ाई। मरीज का नामगुयेन वन नात है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार नात का मेथनॉल लेवल नॉर्मल से 1119 गुणा ज्यादा हो गया था। मेथनॉल के लिवर प्रोसेसिंग को कम करने के लिए डॉक्टरों की एक टीम ने सबसे पहले उसके पेट में एक लीटर बीयर पहुंचाई। इसके बाद प्रत्येक घंटे एक केन बीयर पेट में पहुंचाया गया। कुल 15 केन बीयर मरीज के पेट में पहुंचाया गया। इसके बाद उसे होश आया।

डॉक्टरों ने बाद में बताया कि अल्कोहल मेथनॉल और इथेनॉल दो वैरिएंट में आता है। यदि कोई शराब पीने वाला व्यक्ति अचानक पीना बंद कर देता है तो पेट के माध्यम से खून में अल्कोहल पहुंचता रहता है। इसकी वजह से अल्कोहल लेवल काफी ज्यादा बढ़ जाता है। रिपोर्ट के अनुसार, जब सिस्टम में मेथनॉल ऑक्सीडाइज्ड होकर फॉर्मलाडेहाइड बनने लगा और शरीर में ज्यादा एसिड का निर्माण होने लगा तो वो बेहोश हो गए थे।

फ्रीबर्ग के यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल के फिजिशियन हंश जार्ज बुश ने बताया 15 केन बीयर वाली थेरेपी शायद ही कभी प्रयोग की जाती है, लेकिन यह पूरी तरह समझी हुई प्रक्रिया है। ऐसा हो सकता है कि वियतनामी सहयोगी के पास और कोई दूसरा अल्कोहल नहीं होगा। सबसे महत्वपूर्ण यह होता है कि जल्दी से इस प्रक्रिया को शुरू कर दिया जाए। नात को 3 सप्ताह बाद हॉस्पिटल से डिस्चार्ज कर दिया गया। अब वे अपने घर पर आराम कर रहे हैं।

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